गणेश दुबे,लखनऊ।भारत वर्ष के ऋषियों में में शिरोमणि महर्षि ब्रह्मलीन देवरहा बाबा के छाया की तरह हमेशा उनके साथ रहने वाले प्रिय शिष्य और समय काल को भी जीतने वाले बाबा बालकदास जी मीडिया से पहली बार खास खबर के जरिए बात की। इस दौरान खास खबर ने देवरहा बाबा और उनकी पीठ के समस्त पीठों के पीठाधीश बाबा बालकदास के आध्यात्मिक जगत को जानने की कोशिश की। गौरतलब है कि बाबा बालकदास जी की उम्र 100 साल के करीब होने के वावजूद भी उनके चेहरा बालक की तरह आज भी दिखता है। बाबा बालकदास काशी के अस्सी घाट पर स्थित द्वारिकाधीश मठ में रहकर देवरहा बाबा पीठ के समस्त देश विदेश के आश्रमों का संचालन करते हैं।मठ में अनेक गाड़ी घोडा होने के वावजूद भी बाबा बालकदास कहीं भी जाने के लिए गंगा जी के द्वारा ही जाते हैं। बाबा बालकदास जी देवरहा बाबा के साथ हमेशा उनकी मचान के नीचे गंगा जी, यमुना जी और सरयू माता के जल में गर्दन भर पानी में हमेशा रहते थे।जहां भी बाबा रहते थे बाबा बालकदास हमेशा उनके साया की तरह उनकी मचान के नीचे रहकर उनकी सेवा और साधना किया करते थे।
सौ घंटे काम करो, नौ हजार रुपए लो
मंच पर गिरे अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन
वायनाड में चुनाव जीतने को राहुल गांधी मुस्लिम लीग को बता रहे धर्मनिरपेक्ष पार्टी : मालवीय
पहलवानों के मुद्दे से विदेशों में भारत की छवि हुई खराब : अखिलेश
Daily Horoscope