कानपुर। क्षेत्र में पिछले दो महीने में दो बड़े रेल हादसे हुए हैं।
एक में सैंकड़ों यात्रियों की मौत हुई थी तो वहीं दूसरे में किसी यात्री की मौत तो नहीं
हुई लेकिन हादसे ने सबके रौंगटे जरूर खड़े कर दिए। ऐसे में कानपुर में पहली बार देखा
जा रहा है कि दो सुरक्षा आयुक्त अलग-अलग हादसों की एक साथ जांच कर रहें हैं। दोनों
हादसों के बाद रेलवे ने जांच के लिए अलग-अलग जोन के सुरक्षा आयुक्तों को लगा दिया।
गौरतलब है कि करीब 45 दिन पहले पुखरायां के पास इंदौर-पटना एक्सप्रेस
एक बड़े हादसे का शिकार हो गई थी जिसमें सौ से ज्यादा लोगों की मौत हो गई। उसके 38 दिन
बाद ही फिर रूरा में एक भयानक रेल हादसा हुआ लेकिन गनीमत रहीं कि इसमें यात्रियों को
जान नहीं गंवानी पड़ी। प्रशासन ने पुखरायां हादसे की जांच की जिम्मेदारी पूर्वी जोन
के आयुक्त पीके आचार्य को दी है वहीं रूरा हादसे की जांच की जिम्मेदारी उत्तरी जोन
के शैलेश कुमार पाठक को दी गई हैं। दोनों ही अधिकारी कई बार घटनास्थल से लेकर सेन्ट्रल
स्टेशन में कर्मचारियों के बयान ले चुके हैं और गंभीरता से मामले की जांच कर रहे हैं।
समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष महेन्द्र सिंह यादव ने कहा कि लगभग पचास वर्ष की आयु में मैं पहली बार क्षेत्र में ऐसे बड़े हादसे देख रहा हूं। यादव ने कहा कि मामले की जांच सुरक्षा आयुक्त कर रहें हैं लेकिन उनका किसी नतीजे पर नहीं पहुंचना गंभीरता का विषय हैं।
संजय सिंह का आरोप: शराब घोटाले में पूरी तरह लिप्त है बीजेपी, ये कमल छाप घोटाला है
राहुल गांधी ने अग्निवीर योजना को लेकर फिर सरकार को घेरा, कहा- हटा देंगे इसको
पंजाब में कांग्रेस को बड़ा झटका, भाजपा में शामिल हुए तजिंदर सिंह बिट्टू और करमजीत कौर
Daily Horoscope