कैथल। जाट आरक्षण संघर्ष समिति का धरना गांव देबन में सोमवार को 16वें दिन भी जारी रहा। जाट आरक्षण संघर्ष समिति के नेताओं ने कहा कि यदि समय रहते सरकार ने संघर्ष समिति की मांगोंं को मान लिया होता तो दोबारा धरने देने की नौबत नहीं आती। उन्होंने कहा कि सरकार ने समिति की मांगोंं को लेकर जो पहले समिति के साथ समझौता कर मांगों को माना था, उन मांगों को शीघ्र लागू किया जाए।
समिति के संयोजक बलवान कोटड़ा, प्रधान प्रवीण किच्छाना ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि सरकार ने आरक्षण समेत सभी मांगों को नहीं माना तो धरना जारी रहेगा। जाट नेताओं ने कहा कि अधिकारियों की कमेटी बनाने से कुछ नहीं होगा। उन्होंने कहा कि सरकार को खुद इस मामले पर बात करनी चाहिए।
जाटों ने जम कर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। उन्होंने चेतावनी दी कि जब तक सरकार द्वारा मृतकों के आश्रितों को पक्की नौकरी नहीं दी जाती, जाटों समेत छह जातियों को आरक्षण लागू नहीं किया जाता व अन्य मांगों को पूरा नहीं किया जाता, तब तक उनका धरना जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि यदि सरकार हमारी मांगें मान लेती है तो जाट समुदाय अपना धरना आंदोलन खत्म कर देगा।
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