रोहतक। अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति ने जाट आरक्षण की मांग को लेकर एक बार फिर आंदोलन का ऐलान किया है। समिति के रोहतक में हुए प्रदेश स्तरीय सम्मेलन में निर्णय लिया गया कि प्रथम चरण में 28 नवंबर से 9 दिसंबर तक जाट बाहुल्य क्षेत्रों के 100 सांसदों को ज्ञापन दिए जाएंगे। इसके बाद 12 दिसंबर को दिल्ली में भाजपा के राष्ट्रीय कार्यालय पर ज्ञापन दिया जाएगा। 13 दिसंबर से भाईचारा यात्रा की शुरूआत होगी। इसके बाद दिसंबर के अंतिम सप्ताह या फिर जनवरी के प्रथम सप्ताह में प्रदेश भर में धरनों की शुरूआत होगी। सम्मेलन की अध्यक्षता समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष यशपाल मलिक ने की। सम्मेलन के दौरान सरकार की अब तक की कार्यवाही को लेकर जाट समाज में गुस्सा देखने को मिला। सम्मेलन के दौरान ही आंदोलन की रणनीति तय की गई। सम्मेलन के बाद यशपाल मलिक ने निर्णयों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस बार भाईचारा यात्रा और भाईचारा धरने दिए जाएंगे। जिसमें 36 बिरादरी को शामिल किया जाएगा। उन्होंने भाजपा की हरियाणा इकाई पर जाट समाज के खिलाफ काम करने का आरोप लगाया। जाट नेता ने कहा कि यूपी, उत्तराखंड और पंजाब के आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा का विरोध किया जाएगा।
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