झुंझुनूं। किसानों के हित में पूर्व विधानसभा अध्यक्ष सुमित्रा सिंह की मांग पर राज्य सरकार ने बिजली की बढ़ी हुई दरें वापस ले ली हैं, इससे किसानों खुशी है। सुमित्रा सिंह ने दो दिन पहले से सीएम से मुलाकात कर प्रदेश में बिजली की बढ़ी हुई दरें वापस लेने और किसानों को निशुल्क बिजली देने की चर्चा की थी। [# इस मंदिर में सात दिन जलाए दीपक, हो जाएगी शादी ] [# अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे]
सीएम वसुंधरा राजे ने शनिवार को बिजली की दरें कम करने की घोषणा कर दी। इसके बाद ही 23 फरवरी को जयपुर में होने वाले आन्दोलन को स्थगित कर दिया गया है।
सुमित्रा सिंह ने कहा कि उन्होंने सीएम को पूरे राज्य में बढ़ रहे आक्रोश के सम्बन्ध में बताया था। वहीं वर्तमान में किसानों की जो हालत है उसकी जानकारी दी थी। सीएम वसुंधरा राजे से बिजली की बढ़ी हुई दरें वापस लेने के लिए बात चीत हुई थी।
सीएम ने उन्हें आश्वासन भी दिया था। उन्होंने सीएम से कहा कि पूरे राज्य में किसानों में आक्रोश बढ़ता ही जा रहा है। जब सुमित्रा सिंह सीएमआर से बाहर आई तो उनका चेहरा खुशी लबरेज था। इससे भी अंदाजा लगाया लिया गया था कि सीएम जो उनकी चर्चा हुई है। पूरी तरह से सकारात्मक हुई है। वहीं सुमित्रा सिंह ने कहा कि 23 फरवरी को जयपुर में होने वाले आन्दोलन को स्थगित कर दिया गया है, लेकिन प्रदेश में किसानों को निशुल्क बिजली मिले, इसके लिए उनका आन्दोलन जारी रहेगा।
उन्होंने कहा कि राजस्थान किसान कर्ज के तले दबा हुआ है। हर किसान पर औसत 70 हजार रुपए का कर्ज है। उन्होंने बताया कि सीएम को बताया था कि देश में चार राज्य में किसानों को बिजली निशुल्क दी जा रही है। बिजली निशुल्क देने के मामले में सीएम ने कुछ नहीं कहा। वहीं बिजली निगम के अधिकारियों के अनुसार सिर्फ झुंझुनूं जिले की बात करें तो जो दरें घटाई गई है, इससे जिले में करीब ढाई करोड़ रुपए माह का रैवन्यू कम मिलेगा।
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