वाराणसी। 25 हजार करोड़ रुपये की नमामि गंगे
परियोजना को पलीता लगा दिया गया है। जिस दशाश्वमेध घाट पर डुबकी लगाने से दस
अश्वमेध यज्ञ के बराबर पुण्य मिलने का महात्म्य है, वहां अब बजबजाते नाले की धार
से दुर्गंध उठ रही है। पहले से गंगा में गिरने वाले 23 नालों की संख्या बढ़कर अब
49 हो गई है। काहिली की हद तो यह है कि घाट से लेकर शहर तक का कूड़ा निस्तारण भी
चोरी छिपे गंगा पार रेती पर या फिर किनारों पर ही करा के निगम के अफसर कर्तव्यों
की इतिश्री कर ले रहे हैं। इसी पखवारे मकर संक्रांति पर देश के कोने-कोने से
श्रद्धालुओं का रेला गंगा में मकर स्नान के लिए उमड़ेगा और पुण्य का गोता उसी नाले
के ठहरे पानी में करने के लिए तीर्थयात्री मजबूर होंगे।
काशी में गंगा निर्मलीकरण के लिए केंद्र सरकार
ने जितनी दवा की, प्रदूषण की बीमारी उतनी ही बढ़ती जा रही है।
[@ वर्ष 2016 की वे खबरें जो बनी पूरे विश्व में चर्चा का विषय ]
सीवेज ट्रीटमेंट
प्लांट, सीवेज पंपिंग स्टेशन, कूड़ा निस्तारण और नालों को बंद करने के नाम पर काशी
में दो हजार करोड़ रुपये से अधिक पहले ही खर्च हो चुके हैं। अब नमामि गंगे परियोजना
लागू होने के बाद नेशनल मिशन फॉर क्लीन गंगा की ओर से एक बूंद भी गंदा पानी गंगा
में न जाने देने की हिदायत तो दी गई लेकिन इसका नतीजा शून्य ही रहा।
पहले से बह रहे 23 नालों को तो बंद नहीं किया जा
सका, अलबत्ता अब 49 नाले गंगा में बहने लगे हैं। राजमंदिर, सिंधिया घाट,
मणिकर्णिका घाट, जलासेन घाट, कंगन की हवेली, भोसले घाट, त्रिलोचन घाट, मानसरोवर
घाट, शिवाला घाट से भी नाले गंगा में बहने लगे हैं। गंगा सेवा अभियान के सर्वेक्षण
में चिंताजनक आंकड़े सामने आए हैं। जलकल विभाग की 150 एमएलडी की प्रतिदिन
जलापूर्ति के अलावा निजी बोरिंग, हैंडपंपों, कुओं और बोतल बंद मिनरल वाटर को लेकर
कुल 400 एमएलडी पानी का शहर की 20 लाख आबादी पर प्रतिदिन खर्च है। यह पानी तो
घरेलू डिस्चार्ज के रूप में इन नालों से सीधे गंगा में बहाया ही जा रहा है। इसके
अलावा रामनगर और बनारस के औद्योगिक नालों से भी 200 एमएलडी कचरायुक्त गंदा पानी
गंगा में बहाया जा रहा है। कुल 600 एमएलडी यानी 60 करोड़ लीटर गंदे पानी का भार
रोज गंगा वहन कर रही है।
सबसे कम उम्र के विश्व शतरंज चैंपियन बनने पर पीएम मोदी ने डी गुकेश को दी बधाई
देश को 'वन नेशन, वन एजुकेशन' और 'वन नेशन, वन हेल्थकेयर सिस्टम' की जरूरत : अरविंद केजरीवाल
फाइटर जेट सुखोई के लिए 13,500 करोड़ रुपए का अनुबंध
Daily Horoscope