चण्डीगढ़। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने झज्जर व पलवल में ओरनामेंटल (सजावटी मछली) के उत्पादन के लिए हेचरी स्थापित करने हेतू अपनी स्वीकृति प्रदान कर दी है। यहां बड़े पैमाने पर मछली का उत्पादन होगा तथा झज्जर में लगभग 14 करोड़ के इस परियोजना में दो करोड़ रूपये इसी वर्ष खर्च होंगे। जबकि 12 करोड़ रूपये अगले वित्तीय वर्ष में खर्च होंगे। यह जानकारी सोमवार को मत्स्य पालन मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ ने दी। उन्होंने बताया कि पलवल और मेवात क्षेत्र के लिए मछली पालन को बढ़ावा दिया जाएगा। दिल्ली के निकट के इलाकों में मछली उत्पादन करके दिल्ली को सप्लाई देकर किसान अधिक लाभ कमाएं। इस बात के लिए इन जिलों के किसानों को प्रेरित किया जाएगा। जनाचोथी गांव जो पलवल जिले का है, में 23 एकड़ में फिश हेचरी लगाई जाएगी। इससे किसानों को बहुत लाभ मिल सकेगा। इन दोनों जिलों के लिए यह हेचरी वरदान साबित होगी। उन्होंने बताया कि जापानी मछली पन्गेसियस का उत्पादन छोटे तालाबों में होता है। गांव के जो गंदे पानी के छोटे तालाब होते हैं जिनमें पानी कम रहता है उनमें इस मछली का उत्पादन होता है। इससे जहां गंदगी साफ हो सकेगी वहीं किसानों को मछली उत्पादन से आय होगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने मछली पालन को बढ़ावा देने के लिए इसके बजट को दो साल में 6 करोड़ से बढाकर 70 करोड़ कर दिया है ताकि किसानों को अधिक लाभ मिल सके। धनखड़ ने कहा कि झींगा के अलावा ओरनामेंटल व अन्य मछलियों के क्षेत्र में भी हरियाणा रिकार्ड बनायेगा। आने वाले समय में हरियाणा देश में मछली उत्पादन में जल्दी ही पहले नंबर पर आ जाएगा। धनखड़ के अनुसार मछली पालन में किसानों को निरंतर जोडऩे का काम चल रहा है। इसके अलावा प्रदेश में कुल 22 हजार 400 किसान काम कर रहे हैं, अगले साल में इसे बढ़ाकर 48 हजार करने का लक्ष्य है।
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