इसके ट्रायल के दौरान मिशन की सारे उद्देश्य पूरे हुए। पूरे उडान पथ के
दौरान चांदीपुर में सभी रेडार, इलेक्ट्रो ऑप्टिकल और टेलीमेंट्री सिस्टम पर
सही से नजर रखी गई। इसे मल्टिबैरल रॉकेट लॉन्चर से छोडा गया। ज्ञातव्य है
कि करगिल जंग के दौरान पिनाक मार्क -1 ने काफी साथ दिया था।
जेपी नड्डा ने राहुल गांधी से पूछा-क्या भगवान राम व बजरंग बली का विरोध करना मोहब्बत है?
साक्षी, विनेश, बजरंग बोले - नौकरी छोड़ने में 10 सेकेंड नहीं लगेंगे, आंदोलन जारी रहेगा
मणिपुर सरकार ने इंटरनेट निलंबन को सातवीं बार 10 जून तक बढ़ाया
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