इलाहाबाद(अमरीष मनीष शुक्ला)। इलाहाबाद में न तो कांग्रेस का पारंपरिक वोट बचा है और न ही इस बार सपा की जमीन सुरक्षित है। उसकी एक अहम वजह है कि भाजपा ने इलाहाबाद समेत पूर्वांचल में जिस रणनीति के चलते कांग्रेस, सपा और बसपा के नेता व विधायकों को तोड़कर अपने खेमे में शामिल किया। उससे कहीं न कहीं भाजपा विरोधी दल कमजोर हुए हैं। [@ इस विधानसभा में मात्र 18 वोट से हुई थी जीत-हार ] [@ अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे]
भाजपा ने स्थानीय स्तर पर इन दलों की राजनीति को कुंद कर दिया है। लेकिन अब सियासी समीकरण बदलेंगे, क्योंकि राजनैतिक पहचान की दो धाकड़ जोड़ी मैदान में उतर रही हैं। कांग्रेस की आखिरी उम्मीद प्रियंका गांधी और सपा की महिला विंग कमांडर डिंपल यादव एक साथ प्रचार के लिये उतरेंगी । यह न सिर्फ मंच साझा करेंगी। बल्कि विरोधियों पर अपने अंदाज में ही हमला बोलेंगी। अगर सबकुछ ठीक रहा तो सपा - कांग्रेस के गठबंधन में ये दोनों जोड़ियां ऊर्जा का तीव्र संचार कर देंगी।
इलाहाबाद में सपा कांग्रेस की सामूहिक रैली में इन दोनों का आना लगभग तय है। अगर सबकुछ ठीक रहा तो दोनो फायरब्रांड जोड़ी इलाहाबाद की सड़कों पर रोड सो भी करती नजर आयेगी । फिलहाल स्थानीय स्तर पर तैयारियां भी शुरू कर दी गई है।
पूर्वांचल में भी यह जोड़ी स्टार प्रचारक के रूप में पहुंचेगी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में रैली को संबोधित करेगी। वाराणसी के अलावा इलाहाबाद में इनकी रैली इसलिये भी अहम हो जाती है क्योंकि यह शहर भाजपा के यूपी अध्यक्ष का गढ कहा जा रहा है । जिसे कमजोर करने में राजनैतिक दल कोई कोर कसर नहीं छोड़ेंगे। फिलहाल यहां से अभी भाजपा बढत बनाये हुये है। क्योंकि कांग्रेस, सपा, बसपा के कई दिग्गज भाजपा न सिर्फ ज्वॉइन कर चुके हैं। बल्कि कई तो टिकट पाकर चुनाव मैदान में उतर आये हैं।
वैसे भी युवाओ और महिलाओ में प्रियंका व डिंपल का अच्छा खासा क्रेज है । जिसे भुनाने का सही मौका है । गौर करने वाली बात यह है कि यहा दोनो सख्शियत अपनी विशेष पहचान के लिये जानी जाती हैं। ऐसे में दोनों का एक मंच पर आना न सिर्फ दिलचस्प होगा। बल्कि भीड़ जुटाने के साथ उसे वोटों में भी तब्दील कर सकेंगी।
गौरतलब है कि इलाहाबाद में कांग्रेसी परिवार के आनंद भवन में रात्रि निवास के दौरान ही यह तय हो गया था कि इस बार सूबे के चुनाव में प्रियंका कांग्रेस की नैया पार लगाने के लिये उतर सकती है। प्रियंका ने भी तब यह कहा था कि वह प्रचार करेंगी तो दिखेगा । फिलहाल चुनावी माहौल में टिकट बंटवारे के बीच बगावती शुर झेल रही पार्टी के लिये प्रियंका और डिंपल जान फूंकने वाली हैं, इसमे कोई शक नहीं है।
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