सूर्योपासना का महान पर्व छठ है।
इस पूजा में सूर्य की उषा और प्रत्यूषा दोनों का पूजन किया जाता है। कार्तिक महीने में
दीवाली के छठवे दिन को सूर्य षष्ठी कहते हैं। षष्ठी के दिन सूर्य की पूजा का विधान
है इसलिए इसे इसे सूर्य षष्ठी भी कहते हैं। उत्तर प्रदेश , बिहार, मध्य प्रदेश और
दिल्ली में इस दिन बड़ी आस्था के साथ इस पर्व को मानते हैं। इस पर्व को छठ पूजा भी कहा जाता है। ऐसी मान्यता है कि छठ पर्व पर
व्रत करने वाली महिलाओं को पुत्र रत्न की प्राप्ति होती है।
जनश्रुतियों के अनुसार सूर्य देव और षष्ठी मइयाका संबंध
भाई-बहन का है। यह पर्व चार दिनों का है। भैयादूज के तीसरे दिन से यह आरंभ होता है।
पहले दिन सैंधा नमक, घी से बना हुआ अरवा चावल और कद्दूकी सब्जी प्रसाद के रूप में ली
जाती है। अगले दिनसे उपवास आरंभ होता है।
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