गुरुग्राम। रूस में होने वाली वर्ल्ड ग्रेपलिंग प्रतियोगिता में भारत की 28 सदस्यीय टीम शिरकत करेंगी। बुधवार को टीम के 22 सदस्य सेक्टर 47 स्थित विजिलेंस कार्यालय में पहुंचे। जहां फैडरेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष और आईपीएस शीलमधुर ने उनका स्वागत किया। इस मौके पर ग्रेपलिंग टीम के खिलाड़ियों ने कहा कि सरकार इस खेल के प्रति उदासीन रवैया अपना रही है। यदि सरकार ग्रेपलिंग पर पूरा ध्यान दे तो भारतीय खिलाड़ी विदेशों में देश का नाम रोशन कर सकते हैं। फैडरेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने बताया कि सभी खिलाड़ी इस प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए अपने खर्चे पर जा रहे हैं। भारत में ग्रेपलिंग का इतिहास काफी पुराना रहा है और यहां इसे मलयुद्ध भी कहा जाता है। ग्रीस ने ही इसका नाम मलयुद्ध से बदलकर ग्रेपलिंग कर दिया था। हालांकि इसे अभी तक ओलंपिक में शामिल नहीं किया गया है। और इसके चलते सरकार और खिलाड़ी दोनों ही इसमें कम रूचि लेते हैं।
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