चंडीगढ़। हरियाणा सरकार इस बार कोशिश कर रही है कि जाट आंदोलन किसी प्रकार टल जाए। इसी क्रम में शुक्रवार को मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने जाट आरक्षण संघर्ष समिति के अध्यक्ष हवासिंह सांगवान और कई खप नेताओं से मुलाकात की। सीएम के ओएसडी भूपेन्द्र सिंह ने बताया कि पिछले वर्ष हुए आंदोलन के दौरान मारे गए लोगों के आश्रितों को नौकरी देने के लिए सरकार तैयार है। [@ Exclusive- दंगल से जगा हरियाणा में उम्मीदों का मंगल] [@ अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे]
सिंह के अनुसार आवेदन के 15 दिन के भतीर नौकरी लगाने की शर्त पूरी की जाएगी। वहीं हवासिंह सांगवान का कहना है कि आम माफी संबंधी दूसरी मांग पर भी सरकार ने 15 दिन में विचार करने को कहा है। हमने 26 फरवरी को जींद में मीटिंग बुलाई है। मांगें नहीं मानी गईं तो अगली रणनीति का खुलासा करेंगे। गौरतलब है बातचीत से यशपाल मलिक गुट को अलग रखा गया है। वहीं मलिक का कहना है कि हमें सरकार से कोई न्यौता नहीं मिला है और आंदोलन शांतिपूर्ण तरीके से तय समय पर ही प्रारंभ होगा।
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