गांधी गोशाला समिति टोंक के तत्वावधान में आयोजित गोपाष्टमी समारोह में
बनास नदी बजरी लीज धारक के प्रतिनिधि को आमंत्रित करना और मंच पर बिठाया
जानाचर्चा का विषय बना रहा। इतना ही नहीं आयोजकों को भी गो भक्तों ने कोसा।
उनका कहना था कि बनास नदी में नियमों के खिलाफ हो रहे बजरी दोहन के कारण
टोंक में पेयजल संकट के हालात पैदा हो गए हैं, वहीं खरबूजों सहित पेटाकाश्त
समाप्त हो रही है। बनास नदी में पेटाकाश्त करके गोपालन को बढ़ावा दे रहे
गोपालकों के समक्ष अब गोपालन का संकट पैदा हो रहा हैं। गो भक्त बिगड़ते
पर्यावरण एवं टोंक में व्याप्त पेयजल संकट के लिए बजरी लीज धारक पर
दोषारोपण से भी नहीं चूके।
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