उसने बताया कि मिट्टी के दीपक से दीवाली जलाने से घरों में खुशियां मनमाफिक मिलती है। दीपावली का त्यौहार इसी दीवाली के लिए जाना जाता है। मसवानपुर के महेश दास ने बताया कि चाइनीज उत्पादों को कम करने के लिए इनका दाम इतना कम रखा गया है कि सब कोई आसानी से खरीद सके। उसने बताया कि 100 दीपक 50 रूपए में बेचे जा रहे हैं।
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