लखनऊ। गायत्री
प्रसाद प्रजापति को अभी मंत्रिमंडल में शामिल हुए कुछ ही घंटे हुए हैं कि विपक्षी
पार्टियों ने चौतरफा हमला बोल दिया है। सोशल एक्टिविस्ट नूतन ठाकुर ने उन्हें
मंत्रिमंडल से हटाने के लिए हाइकोर्ट में याचिका भी दायर कर दिया। नूतन ठाकुर ने
कहा कि गायत्री के खिलाफ सीबीआई की तरफ से भ्रष्टाचार के ठोस सबूत पेश करने के बाद
भी मंत्रिमंडल में फिर से शामिल करना संविधान की अवहेलना है।
किसी भी मंत्री को
संविधान के अनुच्छेद 164 में अपने पद से तब हटाया जाता है जब वह राज्यपाल
का विश्वास खो देता है।तथा दोबारा मंत्री तभी बनाया जा सकता है जब वह विश्वास खोने
के कारणों को दूर कर ले।
गायत्री ने विरोध का यह स्वर सुन लिया था तभी
तो मंच पर ही शपथ ग्रहण के बाद अखिलेश यादव के 4 बार पैर छुए और
मंच से नीचे उतर कर मुलायम के चरणों में लोट गये।
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