अखिलेश के ना चाहते हुए भी मंत्रिमंडल में शामिल होकर गायत्री ने अखिलेश की छवि को ही धो डाला। गायत्री की 2012 में जब वो चुनाव लड़े थे तो उनकी अचल संपत्ति 1.21 करोड़ और चल सम्पति 50.88 लाख थी जो कि 2016 में बढ़कर 950 करोड़ हो गयी है। गायत्री के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति, अवैध खनन, भ्रष्टाचार और ज़मीनों पर कब्ज़े जैसे आरोप होने के बाद भी अखिलेश के मंत्रिमंडल में चौथी बार शामिल होना साबित करता है सपा सुप्रीमो का गायत्री को वरदहस्त प्राप्त है। जिन्हें अपने बेटे की छवि से ज्यादा गायत्री की चिंता है।
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