कांग्रेस की सिमटती ताकत और लोकप्रियता को वापस लाने के लिए फिर
आनंद भवन के उन्हीं कमरों में क्रांति की अलख जगाने का प्रयास किया जा रहा है ।
महात्मा गाँधी जब कभी इलाहाबाद आते थे तो यहीं रहते थे। ऐसे में इलाहाबाद में गांधी परिवार का रात्रि निवास का कोई
साधारण मतलब निकाला भी नहीं जा सकता। वह भी तब जब कांग्रेस के आला दर्जे के नेता
और पूरा गांधी परिवार एक छत के नीचे मौजूद हो। वैसे भी इतिहास गवाह है जब जब
कांग्रेस की कड़ियां कमजोर हुई हैं। इलाहाबाद ने ही उसे मजबूती दी हैं। पिछले लोकसभा चुनाव में पूर्ण बहुमत से भाजपा की सरकार बन
जाना सिर्फ राजनीति का अंश नहीं हैं।
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