खेतड़ी (झुंझुनूं)। तातीजा के गलदरिया की ढाणी के एक सिपाही की बॉर्डर पर मौत हो गई। उसे शहीद का दर्जा मिला या नहीं मिला, इसे लेकर संशय है। साथ ही मौत के कारणों का भी खुलासा नहीं हो पाया है। कुछ लोग बॉर्डर पर क्रॉस फायरिंग में शहीद होने की बात कह रहे हैं तो कुछ हार्ट अटैक से मौत की बात। इस असमंजस के बीच मंगलवार को उनके पैतृक गांव में सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार कर दिया गया।
गलदरिया की ढाणी निवासी छैलूराम जम्मू के राजौरी सेक्टर में तैनात था। फौजी छैलूराम के आठ वर्षीय बेटे उत्सव ने मुखाग्नि दी। वहीं छैलूराम की तीन बेटियों ने जैसे ही शव को कंधा दिया तो सभी की आंखें छलक उठीं। इस दौरान सेना की टुकड़ी ने सलामी दी। सुबह जैसे ही छैलूराम का पार्थिव शरीर घर पहुंचा तो घर में कोहराम मच गया। अपने लाडले बेटे की झलक देखने के लिए ग्रामीण उमड़ पड़े। पिता रघुवीर सिंह, मां, पत्नी तथा छोटे भाई को अंतिम दर्शन करवाए गए।
तीन दिन बाद आने वाले थे छैलूराम
शहीद के भाई लीलाराम ने बताया कि छैलूराम चार नवंबर को घर आने वाला था। घटना से दो घंटे पहले भाई से फोन पर बातचीत भी हुई थी, जो अपनी बहन के बेटे होने पर छुछक में साथ चलने की बात कही थी। शहीद के दर्जे पर असमंजस पर सैनिक कल्याण बोर्ड अधिकारी ने बताया कि शहीद के बारे में उच्च अधिकारियों से कोई रिपोर्ट नहीं आई। इस पर अभी हम कुछ नहीं कह सकते। रिपोर्ट आने के बाद ही पता चलेगा कि जवान छैलूराम शहीद हुआ है।
तिरंगा उतार कर छैलूराम के पिता दुलाराम को किया भेंट
यह भी पढ़े :राष्ट्रीय अंतर्राष्ट्रीय स्तर से जुड़े हैं नशीली दवाइयों के तार
यह भी पढ़े :सबसे गहरा बोरिंग करने वाली मशीन पंजाब में लाॅन्च
लोकसभा चुनाव 2024 : देश की 102 सीटों पर छिटपुट घटनाओं को छोड़ शांतिपूर्ण रहा मतदान
लोकसभा चुनाव 2024: देश की 102 सीटों पर कुल 59.71% मतदान दर्ज
Election 2024 : सबसे ज्यादा पश्चिम बंगाल और सबसे कम बिहार में मतदान
Daily Horoscope