कानपुर। बीते कुछ वर्षों से भारत
के मौसम में आश्चर्यजनक बदलाव देखने को मिल रहे हैं। इसी क्रम में इस बार नया वर्ष
कुछ नया लेकर आने वाला है यानि इस बार कोहरे के बीच लोग नया वर्ष मनाने को मजबूर
होंगे। मौसम विभाग का कहना है कि पहली जनवरी को आसमान में धुंध छाई रहेगी और
विजिबिलिटी जीरो रहेगी।वर्ष 2016 कुछ ही घंटों का मेहरबान
है और मौसम ने बीते दो दिनों से ऐसी करवट ली कि हाड़ कंपाऊ ठंड से लोग अपने घरों
में कैद हो गये। कोहरे की चादर से दोपहर भी सुबह जैसा माहौल बना रहता है। हालांकि
कोहरे की बात करें तो दिसम्बर के शुरुआती दिनों में उत्तर भारत के शहरों में कई
जगहों पर व्यापक रूप में घना बना हुआ था, लेकिन इस महीने के अन्तिम सप्ताह के पहले ना तो विशेष
कोहरा देखने को मिला है और ना ही अपेक्षित सर्दी पड़ी [@ वर्ष 2016 की वे खबरें जो बनी पूरे विश्व में चर्चा का विषय ]
है। चन्द्रशेखर आजाद कृषि प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय
के मौसम वैज्ञानिक डा. अनिरूद्ध दुबे ने बताया कि आसमान में धुंध बड़ी तेजी से बढ़
रहा है जिससे सूर्य की रोशनी जमीन पर नहीं पड़ रही है और ठंडक बढ़ रही है। तो वहीं
पूर्वी हवाओं के चलते कोहरा भी लगातार बढ़ रहा है। मौसमी परिदृश्य के अनुसार
चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र विकसित हो सकता है, जिससे न्यूनतम
तापमान में जल्द गिरावट की उम्मीद कम है। जिससे यह
संभावना है कि उत्तर भारत के शहरों में लोग नव वर्ष का अभिनंदन कोहरे की चादर में
लिपटी सुबह के साथ करेंगे।
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