कृष्णानगर। देश में पहली महिला कॉलेज में प्रिंसिपल का पदभार संभालने वाली ट्रांसजेंडर मनाबी बंधोपाध्याय को नौकरी छोडऩे के लिए मजबूर कर दिया गया। मनाबी बंधोपाध्याय ने पश्चिम बंगाल के कृष्णानगर में प्रिंसिपल का पद पाकर सभी ट्रांसजेंडर्स के सामने उदाहरण पेश किया था। उन्होंने बताया था कि ट्रांसजेंडर्स का शिक्षित होना व्यर्थ नहीं जाता, लेकिन सहकर्मियों और छात्रों ने उनका साथ नहीं दिया। अपने खिलाफ घेराव और लगातार हो रहे प्रदर्शनों से तंग आकर मनाबी ने आखिरकार 23 दिसंबर को अपना इस्तीफा दे दिया। [@ वर्ष 2016 की वे खबरें जो बनी पूरे विश्व में चर्चा का विषय ]
मनाबी ने डेढ़ साल पहले प्रिंसिपल का पद संभाला था, शायद वह देश की पहली ट्रांसजेंडर हैं, जो किसी शैक्षणिक संस्थान की प्रिंसिपल बनीं।
बेंगलुरु में बरसे पीएम मोदी, कहा- इंडी गठबंधन के लोग एक घिसा-पिटा टेप रिकॉर्डर लेकर घूम रहे हैं
कर्नाटक कांग्रेस का केंद्र के खिलाफ बेंगलुरु में खाली बर्तनों के साथ प्रदर्शन
राहुल अगर दो जगह से चुनाव लड़ते हैं तो क्या गलत है, मोदी ने भी ऐसा किया-वेणुगोपाल
Daily Horoscope