गोंडा। देवी पाटन मण्डल के बलरामपुर जिले में विधान सभा तुलसीपुर से समाजवादी पार्टी के विधायक अब्दुल मशहूद खां के भाई अब्दुल शहीद खां ने अपने ऊपर जानलेवा हमले की प्राथमिकी दर्ज कराई है। घर जाते समय किसी अज्ञात व्यक्ति ने पीछा कर उनकी गाड़ी पर ताबड़तोड़ तीन गोलियां चलाई हैं। जानलेवा हमले में वह बाल-बाल बचे हैं। पुलिस मामले की तफ्तीश में जुटी है।
तुलसीपुर थाना क्षेत्र के त्रिलोकपुर विश्रामपुर निवासी अब्दुल शहीद खां 34 वर्ष पुत्र बदरुज्जमा खां ने पुलिस को दी गई तहरीर में कहा है कि वह शुक्रवार देर रात अपने भाई सपा प्रत्याशी अब्दुल मशहूद खां का प्रचार करके तुलसीपुर चुनाव कार्यालय गए। वहां चौहत्तरकलां के प्रधान कुन्नू पुत्र लिल्लाही व विश्रामपुर निवासी रोशन पुत्र रोज अली को साथ लेकर स्कार्पियो गाड़ी से त्रिलोकपुर के लिए निकले। तुलसीपुर नगर से बाहर निकलते ही सफेद रंग की स्कार्पियो गाड़ी ने उनका पीछा किया। चौहत्तरकलां गांव के निकट पीछा कर रही गाड़ी में सवार किसी व्यक्ति ने उनकी गाड़ी पर ताबड़तोड़ तीन गोलियां चलाईं। गोली की आवाज पर मैंने अपने गाड़ी की रफ्तार बढ़ा दी। गोली चलाने के बाद हमलावर गाड़ी मोड़ कर तुलसीपुर की ओर भागे। मैंने उसका पीछा किया। उन्होंने पुलिस को बताया कि माधवडीह गांव के निकट भाग रहे हमलावर की गाड़ी का नंबर पढ़ लिया। सफेद रंग की स्कार्पियो गाड़ी का नंबर था यूपी 32एफडी 2720, जिस पर हमलावर सवार थे। इसके बाद तुलसीपुर थाने पहुंच कर उन्होंने थाने में मौजूद एएसपी एसके राय व प्रभारी निरीक्षक इंद्रजीत यादव को मामले की जानकारी दी।
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हमलावरों का पता नहीं लगा सकी पुलिस
पुलिस ने छानबीन की पर हमलावरों का पता नहीं चल सका। हमलावर ने टायर को निशाना साध कर गोली चलाई थी। वह गाड़ी रोक कर मेरी हत्या करना चाहता था। पुलिस ने गाड़ी का जायजा लिया। गाड़ी के पीछे बैकलाइट के पास एक गोली लगी थी। दो गोलियां गाड़ी की बाडी में पीछे धंस गई थीं। पुलिस को एक गोली निकालने में कामयाबी मिल गई। संभावना है कि हमलावर ने 32 बोर पिस्टल से गोलियां चलाई हैं।
रंजिश से किया इनकार
शहीद ने बताया कि उनकी किसी से कोई रंजिश नहीं है। कहा कि हमलावर जिस गाड़ी पर सवार थे वह एक प्रत्याशी की प्रचार में लगी है। मेरी साख क्षेत्र में मजबूत है इसलिए मुझे रास्ते से हटाने की साजिश की गई थी। शहीद ने बताया कि मैंने एएसपी से सुरक्षा मांगी है। मेरे ऊपर कभी भी हमला हो सकता है। मेरी 12 बोर की बंदूक जमा करा ली गई है। पुलिस ने दबाव बना कर मेरा असलहा शस्त्र की दुकान पर जमा करवा दिया। ऐसे में मेरी जान को खतरा हो सकता है। प्रभारी निरीक्षक इंद्रजीत यादव ने बताया कि तहरीर के आधार पर अज्ञात के विरुद्ध हत्या के प्रयास का अभियोग दर्ज किया गया है। गाड़ी किसकी है इसका पता नहीं चल सका है। हमलावरों की तलाश की जा रही है। 48 घंटे में मामले का राजफाश कर दिया जाएगा।
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