अध्ययन के अनुसार यह सकारात्मक प्रभाव बेटे और बेटी दोनों पर अलग-अलग तरीके
से पडता है। पिता के सहयोग से बेटी में उम्मीद व आशावादिता बढती है और
उसका विश्वास मजबूत होता है, जिसका असर उसकी अकादमिक क्षमताओं पर भी पडता
है और अंतत: यह गणित के बेहतर ग्रेड लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
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