टोंक। समाज ने जुल्म ढाहने में कोई कसर नहीं छोडी, लेकिन साहसिक लाडलियों ने हार नहीं मानी और पढाई के दम पर अपना जीवन संवारने में लगी हैं। सोलह साल की लाली को पति ने इसलिए ठुकरा दिया कि उसने नाबालिग उम्र में ससुराल जाने से इंकार कर दिया, रीना पर तो उसके सगे बाप ने ऐसा जुल्म ढहाया, जो शायद ही किसी पिता ने ऐसा किया हो, रीना के पिता ने उसे उस समय अपनाने से इंकार कर दिया जब वह ठीक से चल भी नहीं पाती थी। सरिता की कहानी भी कुछ ऐसी ही है।
'क्वाड' समूह ने विश्व स्तर पर एक महत्वपूर्ण स्थान बना लिया है - पीएम नरेंद्र मोदी
1993 के बॉम्बे ब्लास्ट के 4 आरोपियों को 7 दिन की सीबीआई हिरासत
जलवायु परिवर्तन से भारत, पाकिस्तान में समय से पहले विनाशकारी गर्मी की '30 गुना अधिक संभावना'
Daily Horoscope