चित्तौडग़ढ़। सरसों उत्पादन में चित्तौडग़ढ़ अग्रणी जिलों में एक है। रबी फसल की बुआई के लिए जिले में इस बार 2,32,936 हैक्टेयर में बुआई का लक्ष्य तय किया गया है। इसमें से 46,700 हैक्टेयर क्षेत्र में सरसों की बुआई प्रस्तावित की गई है। जिले में कई किसानों ने अपने खेतों से खरीब की फसलें काट कर रबी के लिए खेत तैयार कर लिए हैं। इस बार अतिवृष्टि होने से जलाशयों, कुओं में पानी भरा हुआ है। फसलों की सिंचाई के लिए पर्याप्त पानी होने के कारण यह अंदाजा भी लगाया जा रहा है कि इस बार रबी की फसलों की बंपर पैदावार होगी।
सरसों की 30 से 32 डिग्री तापमान होने पर करे बुआई
खरीफ फसल की कटाई और अनाज निकालने के साथ ही किसानों ने रबी फसल के लिए तैयारी शुरू कर दी है। वैसे इन दिनों तापमान अधिक है, ऐसे में कृषि विशेषज्ञों का कहना है कि तापमान 30 से 32 डिग्री के आसपास होने के बाद ही सरसों की बुआई की जाए, ताकि अंकुरण सही हो सके। वर्तमान में तापमान 37 डिग्री से अधिक है और अभी बुआई की तो सरसों उड़ जाएगी। बुआई से पहले कल्टीवेटर से जुताई और बाद में बाखन लगाकर नमी को संरक्षित किया जा सकता है। इस बार बारिश पिछले साल की अपेक्षा 15 दिन देरी तक हुई है। अब मानसून विदा होने लगा है। ऐसे में इस बार खेतों में भूमिगत नमी की अधिकता रहेगी और यह सरसों के लिए मुफीद होगा। बारानी क्षेत्र में भी सरसों की अच्छी पैदावार की संभावना है। पिछले साल 27 लाख हैक्टेयर क्षेत्र में सरसों की बुआई हुई थी, इस बार 35 लाख हैक्टेयर से अधिक क्षेत्र में बुआई की उम्मीद की जा रही है।
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