मिर्जापुर। छानबे ब्लॉक के हरगढ़ स्थित विमलेश्वर
महादेव मंदिर घाट पर कार्यदायी संस्था लघुडाल खण्ड नहर की ओर से बनवाया जा रहा
पक्का फाउंडेशन व पाइप लाइन निर्माण की बाधा अब दूर हो गयी है। मौके पर पहुंचे
राजस्व विभाग के अधिकारियों की टीम ने जमीन का सीमांकन करके मामला सुलझा दिया।
वहीं बगैर किसी अभिलेख के निर्माण कार्य रूकवाने और मुआवजे की मांग करने वाले
किसानों को सख्त चेतावनी भी दी गयी है। दोबारा काम रूकवाने पर उनके खिलाफ कार्रवाई
की हिदायत दी गयी है।
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हरगढ़ प्रथम पंप कैनाल का बार्ज अक्सर गंगा में
डूबा होने तथा नहर का संचालन समय से नहीं होने की समस्या बनी रहती है। इस समस्या
के निदान के लिए कार्यदायी संस्था विमलेश्वर महादेव मंदिर घाट पर पक्का फाउंडेशन
तैयार करा रही है। फाउंडेशन पर मशीन स्थापित होगी। वहीं पाइप लाइन के द्वारा पांच
सौ मीटर दूर नहर में पानी छोड़ा जाएगा। पूर्व में हो रहे निर्माण कार्य को भंवरूपुर
गांव के किसान ब्रह्मानंद और राजेश ने यह कहते हुए रूकवा दिया था कि मुआवजा दिए
बगैर उनकी जमीन पर कार्य कराया जा रहा है जिसकी शिकायत उन्होने डीएम से भी की। जबकि
कार्यदायी संस्था ने तीन काश्तकारों को पहले ही सर्किल रेट से मुआवजा दे दिया है।
डीएम अधिशासी अभियंता से वार्ता करने के बाद सोमवार को मौके पर राजस्व विभाग ने
अधिकारियों को मौके पर भेजकर जमीन का सीमांकन कराया। वहीं शिकायकर्ता किसान जमीन
से संबंधित प्रमाणित अभिलेख नहीं दिखा पाए। दोनो किसानों के पास फर्जी अभिलेख पाया
गया। कार्यदायी संस्था को कार्य आरंभ करने के लिए हरी झण्डी मिली गयी है।
सीमांकन के दौरान ये अधिकारी रहे मौजूद
राजस्व विभाग के कानूनगो शोभनाथ पाठक, लेखपाल
मनमोहन, दरोगा रामेश्वरनाथ यादव, सिंचाई विभाग के सहायक अभियंता प्रेम प्रताप
गौतम, अवर अभियंता अनिल कुमार, सर्वेयर श्यामलाल यादव आदि की मौजूदगी में सीमांकन
किया गया।
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