महाविद्यालय के प्राचार्य डा. ओपी गर्ग ने सभी अतिथियों का
स्वागत करते हुए हरियाणा प्रदेश के गठन से अब तक के विकास पर प्रकाश डाला।इस अवसर पर उपमंडलाधीश श्रीमती मनदीप कौर एवं
श्री ओमप्रकाश, नगराधीश श्री वीरेंद्र सिंह सांगवान, डीएसपी सतीश गौतम सहित
जिला प्रशासन तथा महाविद्यालय का शैक्षणिक स्टाफ मौजूद रहा। सांस्कृतिक संध्या की शुरूआत सजूमा स्कूल के समूह गान से
हुई। इस समूह गान में भारत की प्राचीन संस्कृति का वर्णन किया गया था। इसके
उपरांत डा. बलजीत सिंह ढुल के नेतृत्व में महाविद्यालय के विद्यार्थियों
द्वारा हरियाणवी रीति रिवाजों का भव्य प्रदर्शन किया गया, जिसमें शादी का
मंडप से लेकर सात फेरे तक की रस्मों को दर्शाया गया। विवाह के अवसर पर गाए
जाने वाले लोक गीतों पर सभी दर्शक झूमने को मजबूर हो गए। इसके उपरांत
प्रदेश की समृद्ध संस्कृति की पहचान रखने वाले हरियाणवी नृत्य प्रस्तुत
किया गया। इस नृत्य में प्रदेश की संस्कृति की शानदार झलक देखने को मिली
तथा दर्शक इस नृत्य पर तालियां बजाने पर मजबूर हुए। इसके अतिरिक्त हरियाणवी
आर्केस्ट्रा में संगीत के विभिन्न वाद्य यंत्रों का वादन किया गया, जिसमें
कार्यक्रम में चार चांद लगाने का कार्य किया।
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