उत्तर प्रदेश विधानसभा का चुनाव नजदीक आता जा
रहा है, इसको देखते हुए पूर्वांचल पीपुल्स पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनूप
पाण्डेय ने निर्णय लिया है कि अब पूर्वांचल को आंदोलन के माध्यम से एक नए राज्य के
रूप में रेखांकित करना है और इस क्षेत्र को नई ऊंचाइयों पर ले जाना है। इसी विषय
पर पूर्वांचल पीपुल्स पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनूप पांडेय से खास ख़बर ने की ख़ास बातचीत। exclusive: उमाकांत त्रिपाठी। दिल्ली।
सवाल- आपने पूर्वांचल पीपुल पार्टी का गठन क्यों किया
?
जवाब- पूर्वांचल क्षेत्र में पिछड़ापन आर्थिक विषमता,
अन्याय
पूर्ण व्यवहार तथा अपमान को सहन करना अब हमारे लिए संभव नहीं था इसलिए पूर्वाञ्चल
के नौजवानों को लेकर पूर्वांचल के लोगों की पार्टी "पूर्वांचल पीपुल्स
पार्टी" का गठन किया किया। उत्तर प्रदेश का पूर्वी इलाका आज हिंदुस्तान में
अपनी ही सरकारों की उपेक्षा और भेदभाव का शिकार हुआ है। फलस्वरुप यह विकास के हर
क्षेत्र में पिछड़ा इलाका आज पूर्वी उत्तर प्रदेश के लिए चुनौती बन गया है। जिसको
मैं अपनी पार्टी के माध्यम से दूर करूंगा
सवाल- पूर्वांचल की जनता आपको वोट क्यों करें?
जवाब- अगर
पूर्वांचल में विकास चाहिए तो बंद उद्योग धंधों को चालू कराना होगा और पूर्वांचल
राज्य बनाना ही होगा, यही समय है जाति और धर्म से ऊपर उठकर पूर्वांचल
राज्य को सहयोग देने का। पूर्वांचल में 27 जिले हैं और इतना दुखद विषय है कि हर
जिले में कोई उद्योग नहीं चल रहा है। सारे कल कारखाने बंद हैं, सिर्फ
चुनाव में राजनैतिक पार्टिया वादा करके वादाखिलाफी कर जाती है। इसका उदाहरण
गोरखपुर का खाद कारखाना है, जहां प्रधानमंत्री गए और कई वादे भी
किए, लेकिन आज तक वह चालू नहीं हुआ। रसड़ा का कटाई मिल बलिया जिले में कई
वर्षों से बंद है अभी तक चालू नहीं हुआ। पूर्वांचल में 45 चीनी मिलें हुआ
करती थी पर आज दो या चार चल रहे हैं।पूर्वांचल में पलायन जारी है लोग दिल्ली मुंबई
जाने को मजबूर है और आज गांव में नौजवान नहीं रह गया है। कभी बाढ़ तो कभी सूखे की
मार यहां के लोग झेल रहे हैं। इसलिए यह ज्वलंत मुद्दे हैं और यहां के लोग अब सिर्फ
विकास की बात करना चाहते हैं। पूर्वांचल के लोग विकास के सवाल पर वोट करना चाहते
हैं, जातिवादी और धार्मिक मानसिकता का त्याग पूर्वांचल के लोग करना चाहते
हैं, जगह-जगह पार्टी को भरपूर समर्थन मिल रहा है और नौजवान पार्टी के करीब
आ रहे हैं। आज 30 सालों से उत्तर प्रदेश में सिर्फ लूटपाट की
राजनीति हो रही है। जिसको समाप्त करने का समय अब आ गया है।
सवाल- प्रदेश में पहले से ही तमाम दल हैं आप ने नई
पार्टी क्यों बनाई?
जवाब- पूर्वांचल के लोगों की भलाई करने के लिए,
पूर्वांचल
राज्य बनाने के लिए इस दल का गठन हुआ है। आज राजनीतिक पार्टियां सांप्रदायिक
ताकतों के आधार पर खड़ी है, इनको पूर्वांचल के विकास से कोई लेना
देना नहीं है, खास बात यह है कि परिवारवाद जो जातिवाद का जनक
है, एक ही व्यक्ति सबकुछ हासिल कर रहा है और नए लोगों को अवसर नहीं मिल
रहा है। इस पार्टी में नौजवान आएंगे चुनाव लड़ेंगे विधानसभा एवं लोकसभा में जाएंगे
और तब परिवर्तन होगा। राजनीतिक परिवर्तन हो पूर्वांचल में इसके लिए इस पार्टी को
बनाया गया है।
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