श्रीगंगानगर। मसीही उत्सव के दौरान कुछ संगठनों ने उत्सव रोकने के लिए जमकर हंगामा किया। भारी पुलिस जाब्ते के बीच दोनों तरफ से कई घंटे चले हंगामें के बाद दोनों पक्षों को पुलिस ने बलपुर्वक खदेडा,तब जाकर शांति बनी। क्रिसमस के मौके पर मसीही उत्सव सरसवती गार्डन में मनाया जाना था। [@ नए नोटों के बारे में जानें अहम बातें, नोटबंदी से आपकी चिंता हो जायेगी दूर]
समारोह में अल्प संख्यक आयोग की सदस्या मुख्य अतिथि के तौर पर बुलाई गई थी,मगर जैन समाज व अन्य लोगों के विरोध के कारण सरस्वती गार्डन के संचालकों ने गार्डन देने से मना कर दिया ओर दुसरे पक्ष के लोगों ने गार्डन के ताला भी लगा दिया। हिंदु जागरण मंच के जिलाध्यक्ष गिरधारी गुप्ता का आरोप है कि मसीही उत्सव के दौरान गरीब व दलित लोगों को लालच देकर धर्म परिवर्तन करवाया जा रहा है। इसे लेकर करीब तीन घंटे से ज्यादा तक भारी हंगामा हुआ,कई बार दोनो पक्षों में जबरदस्त टकराव की नोबत आ गई। मसीही उत्सव के विरोध में शहर के कई नेताओ ने इस मोके पर सडक पर ही भगवान राम व अन्य देवताओ की फोटों रख कर पुजा अर्चना शुरू कर दी। इधर सरस्वती गार्डन नहीं मिलने पर भारी तादाद में मसीही लोग गार्डन के आगे सडक पर ही अपने यीशु की पुजा अर्चना करने लगे। आपसी टकराव की संभावना की सुचना मिलने पर पुलिस अधीक्षक राहुल कोटोकी व कलेक्टर ज्ञानाराम मोके पर पहुंचे व स्थिति बिगडने की संभावना देखते हुऐ दोनों पक्षों को वहां से हटाकर रास्ता व प्रार्थना स्थल खाली करवाया। इस मोके पर अल्प संख्यक आयोग की सदस्या लिलियन ग्रेस ने धर्म परिवर्तन के आरोपों को गलत बताते हुऐ कहा कि कुछ लोग इस आराधना को खंडित कर अशांति फैलाना चाहते है। करीब चार घंटे से भी ज्याद समय तक चले हंगामें के बाद आखिर बल प्रयोग कर पुलिस को दोनों पक्षों को वहां से खदेड कर मामला शांत करवाना पडा।
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