जोधपुर। प्रदेश की सबसे बड़ी ग्राम पंचायत जोधपुर में है और अब ये शहर के अंदर भी आती है लेकिन, यहां अब भी सरपंच के चुनाव होते है। ऐसे में यहां सफाई व्यवस्था को लेकर म्युनसिपल को भी दखल रखना पड़ता है। सबसे बड़ी ग्राम पंचायत कुड़ी भगतासनी में स्वच्छता मिशन के तहत अब अपने स्तर पर डोर-टु-डोर कचरा संग्रहण की व्यवस्था लागू की गई है। इसमें कुल 75 वार्ड हैं जो ओडीएफ (खुले में शौच से मुक्त) तो पहले ही घोषित हो चुके हैं। ऐसे में अब यहां सफाई के तीन मॉडल काम करेंगे। पहला ग्राम पंचायत का खुद का, दूसरा स्वच्छ भारत मिशन से मिलने वाले डस्टबिन सफाई कर्मचारियों के लिए आर्थिक सहायता और तीसरा हाउसिंग बोर्ड की ओर से कुड़ी भगतासनी के 9वें सेक्टर में सफाई के लिए निगम के माध्यम से किया जाने वाला ठेका। सरपंच देवीसिंह सिसोदिया की मानें तो कुड़ी भगतासनी हाउसिंग बोर्ड के सेक्टर 1 से 9 तक अभी कचरा उठाने की कोई सुविधा नहीं थी। हाउसिंग बोर्ड नगर निगम को प्रति माह डेढ़ लाख रुपए देता है, उससे नगर निगम 15 कर्मचारियों से मुख्य सडक़ों की सफाई कराता है। ग्राम पंचायत ने प्रारंभिक तौर पर डोर-टु-डोर कचरा संग्रहण के लिए 7 टैक्सियां, 4 सुपरवाइजर, 12 सफाई कर्मचारियों का दस्ता तैयार किया है। बाद में इस सिस्टम को ग्राम पंचायत की एक दर्जन से अधिक कॉलोनियों में लागू किया जाएगा। [@ नए नोटों के बारे में जानें अहम बातें, नोटबंदी से आपकी चिंता हो जायेगी दूर]
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