कोटा। जिला कलेक्टर डॉ. रवि कुमार सुरपुर ने कहा कि कोटा और इसके आसपास पर्यटन विकास की अपार संभावनाएं हैं, इन्हें खंगालें और पर्यटन विकास को नए आयाम प्रदान करें। जिला कलेक्टर ने मंगलवार को जिला पर्यटन विकास समिति की बैठक में पर्यटकों को आकर्षित करने और पर्यटन केन्द्र विकसित करने संबंधी विभिन्न मुद्दों पर चर्चा कर आवश्यक निर्देश दिए।
जिला कलेक्टर ने कहा कि कोटा व आसपास के अन्य जिलों के पर्यटन स्थलों की बस द्वारा सैर कराने के लिए पैकेज तैयार किया जाए, जिसमें ग्राम्य संस्कृति से साक्षात् कराने के लिए विलेज टूरिज्म, इको व एडवेंचर टूरिज्म को शामिल किया जाए। इनमें बाड़ौली, भैंसरोडग़ढ़, केशोरायपाटन, बूंदी, सोरसन आदि स्थानों को सम्मिलित कर पैकेट टूर बनाया जा सकता है। जिला कलेक्टर ने निर्देश दिए कि पर्यटकों की रुचि के लिए फोटोग्राफी पॉइंट, वाटर पॉइंट्स, नौकायन, ग्राम्य खानपान, हाट बाजार जैसी पहल की जाए। दशहरा मेले के लिए एग्रेसिव मार्केटिंग की जाए। इसके अलावा प्राचीन मंदिरों और पुरास्थलों के स्वरूप को बरकरार रखने के लिए सार संभाल एवं जीर्णोद्धार कार्य संग्रहालय एवं पुरातत्व विभाग की देखरेख में कराए जाएं। प्राचीन परकोटे का विकास भी इसके मूल स्वरूप के अनुसार कराया जाए।
जवाहर सागर में भी नौकायन
सहायक पर्यटन अधिकारी संदीप श्रीवास्तव ने बताया कि जवाहर सागर डेम में नौकायन शुरू कर दिया गया है। इसके लिए बुकिंग ऑन द स्पॉट एवं किशोर सागर तालाब पर कराई जा सकती है। उन्होंने बताया कि पर्यटक स्थलों की जानकारी युक्त आकर्षक साइनेज लगाने का कार्य एक माह में पूरा कर लिया जाएगा। बैठक में विभिन्न विभागों के अधिकारी एवं पर्यटन विकास समिति के सदस्य बृजेश विजयवर्गीय एवं इनटेल संस्था के प्रतिनिधि शामिल थे।
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