आगरा। ताजनगरी में दो संप्रदायों के बीच टकराव होने से बच गया। कब्रिस्तान में शव दफनाने के लिए पहुंचे एक संप्रदाय के लोगों को दूसरे समुदाय के लोगों ने रोक दिया। मामला बढ़ने पर पुलिस को हल्का बल प्रयोग कर लोगों को हटाना पड़ा। राजस्व विभाग के अभिलेखों की जांच के बाद अंतिम संस्कार हो सका। दो घंटे तक शव को कंधे पर रख लोग फातिया पढ़ते रहे। जानकारी के मुताबिक, हींग की मंडी की लाडो गली निवासी सैयद उमैर अली का गांधी नगर में पुश्तैनी कब्रिस्तान है। छह नवंबर को उनके वालिद मरहूम सैयद अख्तयार अली की मिट्टी रात में इसी जगह दफनाई गई थी। रात के कारण उस दिन किसी को पता नहीं चला था, लेकिन अगले दिन थोड़ा हंगामा हुआ। [@ वर्ष 2016: डोनाल्ड ट्रंप ने रचा इतिहास, विवादों के साथ बने US के 45वें राष्ट्रपति ]
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