बताते है की मंदिर में चरम रोगों से मुक्ति की मन्नत के लिए शिवलिंग पर झाड़ू अर्पित करने वालों को कभी भी चर्म रोग नहीं होते। [# यहां मरने के बाद भी होती है शादी, मंडप में दूल्हा-दुल्हन...]
शिवलिंग पर झाड़ू अर्पित करने की यह अनूठी परम्परा आज भी जारी है।
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