नई दिल्ली। नोटबंदी ने भारतीय मंदिरों को काफी धनी बना दिया है, क्योंकि आठ
नवंबर को सरकार द्वारा 500 और 1000 रूपये के नोट बंद किए जाने के बाद
हुंडी जमा और गलत तरीके से कमाई गई मुद्राओं में वृद्धि देखी गई है। ये नोट
अभी में हुंडी में या दान बक्सों में रखे जा रहे हैं। केवल कुछ मंदिरों
में सख्ती से लोगों को इन नोटों की पेशकश करने पर रोका जा रहा है।
धार्मिक जगहों पर हुंडी जमा राशि में पिछले पखवाडे से धनराशि में भारी
इजाफा हुआ है। हालांकि इन धार्मिक जगहों को पुराने नोटों के स्वीकार करने
के लिए छूट नहीं दी गई है। वित्त मंत्रालय के अधिकारियों ने कहा कि मंदिरों
में हुंडी के जरिए जमा की जाने वाली नकदी कर जांच के दायरे में नहीं होगी।
एक अधिकारी ने कहा, मंदिरों के लिए यह छूट है कि यदि राशि दान बक्से के
जरिए आती है तो हम सवाल नहीं करेंगे। इस तरह की जमा राशि के लिए कोई सीमा
नहीं है। चैरिटेबल ट्रस्ट को मंदिरों के नियम बनाए रखने होंगे हालांकि
उन्हें सीधे दान देने वाले श्रद्धालुओं के लेनदेन का उचित रिकॉर्ड रखना
होगा।
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