बीकानेर। संगीत कार्यक्रमों में सुरीले कंठों से मुहम्मद रफी, मुकेश, लता मंगेश्कर के एक साथ गाए गीतों को स्वर देने वाले लोकप्रिय गायक सैयद मुहम्मद इकबाल का गुरुवार को यहां निधन हो गया। वे कुछ समय से बीमार थे। इस कारण उन्हें अस्पताल में दाखिल करवाया गया था। वहां उपचार के दौरान उनका निधन हो गया। [# यहां मुस्लिम है देवी मां का पुजारी, मां की अप्रसन्नता पर पानी हो जाता है लाल] [# अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे]
सैयद इकबाल गायन के साथ एक्युप्रेशर के भी विशेषज्ञ थे। वे पांच दिन के उपचार से रोगियों को राहत दिलाने का प्रयास करते थे। सैयद इकबाल महिला एवं पुरुष स्वरों में गायन के विशेषज्ञ थे। महिला एवं पुरुष गायकों द्वारा गाए फिल्मी गीतों को वे निराले अंदाज में प्रस्तुत करते थे। सैयद इकबाल शमां कला केन्द्र के संस्थापक थे। इसके माध्यम से बीकानेर के टाउन हॉल में फिल्मी गीतों के कार्यक्रम आयोजित करते थे और विभूतियों का सम्मान भी करते रहे।
उनके निधन पर बीकानेर संगीत जगत में शोक की लहर दौड़ गई। जाने-माने चिकित्सक और समाजसेवी डॉ. सैयद मुनव्वर अली जैदी, शब्दरंग साहित्य एवं कला संस्थान के संरक्षक मुरली मनोहर के. माथुर, संयोजक मुहम्मद अशफाक कादरी, सचिव राजाराम स्वर्णकार, वरिष्ठ रंगकर्मी बी.एल. नवीन, श्री संगीत भारती के निदेशक डॉ. मुरारी शर्मा, संगीत प्रेमी मकसूद अहमद मुगल, अमन कला केन्द्र के अध्यक्ष मुहम्मद रफीक कादरी ने सैयद इकबाल के निधन पर शोक जताया है।
मुख्तार अंसारी की मौत : पूर्वांचल के चार जिलों में अलर्ट, बांदा में भी बढ़ी सुरक्षा, जेल में अचानक बिगड़ी थी तबीयत
हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष मीरवाइज उमर फारूक कश्मीर में नजरबंद
शराब घोटाला मामला: एक अप्रैल तक ईडी की हिरासत में केजरीवाल
Daily Horoscope