फतेहाबाद। सरकारी बैंक कर्मियों ने यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस (यूएफबीयू) की अगुआई में हो रही हडताल में बढ़चढ़ कर भाग लिया। सरकारी बैंकों के बंद रहने से उपभोक्ताओ को परेशानी का सामना करना पडा। वही प्राईवेट बैंको मे कामकाज होने की वजह से उपभोक्ताओ को राहत भी मिलीं। हडताल पर रहे बैंक कर्मियों की ओर से अपनी मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की गई। [ श्याम मसाले ने कराई घर घर में मौजूदगी दर्ज] [ जानिए कहां रहते थे अंतिम हिंदू सम्राट विक्रमादित्या, क्या है नाम..] [ अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे]
बैंक कर्मियों की अगुवाई कर रहे जोनल सैक्ट्री अशोक बाघला ने बताया कि उकनी 10 के करीब मुख्य मांगे है। जिनकी ओर से सरकार की ओर से ध्यान नहीं दिया जा रहा है। जिसको लेकर आज उनकी ओर से हडताल का सहारा लिया गया है।
उन्होंने कहा कि अगर सरकार उनकी मांगे नहीं मानती को आगे भी हडताल का आह्वान किया जाए और अगर फिर भी समस्या का हल नही होता तो आगे अनिश्तिकालीन हडताल के बारे मे कर्मचारी विचार कर सकते है। उन्होने कहा कि नोट बंदी के दौरान बैंक कर्मियों की ओर से किए गए कार्य को लेकर प्रतिभूति अभी तक नही दी गई है।
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