चंडीगढ़ (बलवंत तक्षक) पंजाब में आने वाले विधानसभा चुनावों के लिए कांग्रेस की पहली सूची में करीब 80 उम्मीदवारों की घोषणा होने की संभावना है। पिछले चुनाव में जीते सभी 42 विधायकों को एक बार फिर से आजमाये जाने के आसार हैं। कुछ विधायकों के चुनाव क्षेत्र में बदलाव हो सकता है। दूसरी पार्टियों से कांग्रेस में शामिल हुए वरिष्ठ नेताओं को टिकट दिलाने के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने भरोसा दिलाया हुआ है। जिन सीटों पर बगावत की संभावना है, वहां उम्मीदवारों के ऐलान में देरी हो सकती है। कांग्रेस उम्मीदवारों की घोषणा से पहले इस बार फूंक-फूंक कर कदम उठा रही है।
पिछले विधानसभा चुनावों में 12 से ज्यादा ऐसे बागी उम्मीदवार मैदान में डटे रहे, जिनकी वजह से कांग्रेस सत्ता हासिल करने के मामले में पिछड़ गई। इस बार ऐसी सीटों पर, जहां बगावत की संभावना है, कांग्रेस पहले ही ऐसी व्यवस्था बनाने में जुटी है, जिससे पार्टी उम्मीदवार की जीत में कोई अड़चन पैदा नहीं हो। बताते हैं कि कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कैप्टन को इस दिशा में रणनीति तैयार करने के लिए कह दिया है। कैप्टन के अलावा पार्टी की वरिष्ठ नेता आशा कुमारी की भी कोशिश है कि टिकटों के बंटवारे के बाद कांग्रेस को बगावत स्थितियों का सामना नहीं करना पड़े। टिकट वितरण से थोड़े अरसे पहले कांग्रेस का दामन थामने वाले अकाली दल, भाजपा या आप पार्टी के नेताओं को लेकर भी कांग्रेसी नाराज हैं। टिकट मिलने की उम्मीद में कांग्रेस को बरसों से मजबूती देने में लगे नेताओं को लगता है कि उनकी मेहनत का फायदा दल-बदलू ले जाएंगे। भले ही पुराने कांग्रेसी कुछ भी कहें, लेकिन यह तय है कि अकाली-भाजपा सरकार में मुख्य संसदीय सचिव रही नवजोत कौर सिद्धू और अकाली दल के विधायक परगट सिंह को टिकट मिलना पक्का है। अकाली दल से कांग्रेस में आये पूर्व मंत्री स्वर्ण सिंह फिल्लौर समर्थकों को भी लगता है कि कांग्रेस की दूसरी सूची में उम्मीदवार के तौर पर उनके नाम का ऐलान हो सकता है। अकाली सांसद शेरसिंह घुबाया के बेटे देवेंद्र सिंह भी टिकट मिलने की उम्मीद में हैं। अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल अपने ज्यादातर उम्मीदवारों की घोषणा कर चुके हैं। आप पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल भी अपने अधिकांश उम्मीदवारों का ऐलान कर चुके हैं। बार-बार घोषणाओं के बावजूद हमेशा की तरह कांग्रेस की सूची इस बार भी लटक गई है। भाजपा को राज्य की 117 सीटों में से अकाली दल के साथ गठबंधन के तहत केवल 23 सीटों पर चुनाव लड़ना है। भाजपा को कुछ सीटों पर अभी भी मजबूत उम्मीदवारों की तलाश है। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष विजय सांपला का कहना है कि उम्मीदवारों का ऐलान जल्दी ही कर दिया जाएगा। इस बीच पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष कैप्टन नहीं मानते है उम्मीदवारों के ऐलान में अभी कोई देरी हुई है। पहले कांग्रेस के उम्मीदवारों की घोषणा 3 दिसंबर को होनी थी, फिर यह तारीख बढ़ कर 12 दिसंबर कर दी गई। केंद्रीय चुनाव समिति उम्मीदवारों की सूची पर मंथन कर चुकी है। चयन समिति के मुखिया राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को अपनी राय से अवगत करवा चुके हैं, लेकिन पार्टी में बगावत के डर से उम्मीदवारों की सूची रोकी जा रही है। कांग्रेस सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक अगले एक-दो दिन में उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी जाएगी।
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