मुंबई। महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लगने के आसार प्रबल हो गए हैं। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के समर्थन वापसी के बाद राज्यपाल विद्यासागर राव विकल्पों पर विचार कर रहे हैं। ऎसे में महाराष्ट्र की कांग्रेस सरकार पर खतरे की तलवार लटक गई है। बता दें कि शुक्रवार को ही राकांपा और कांग्रेस का गठबंधन टूटा है। राकांपा सीटों को लेकर समझौता नहीं होने पर शुक्रवार को अपना समर्थन वापस ले लिया था, जिसके बाद महाराष्ट्र सरकार अल्पमत में आ गई है। दूसरी ओर महाराष्ट्र में भाजपा ने यह साफ कर दिया है कि वह किसी भी हाल में राकांपा के साथ गठबंधन नहीं करेगी। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि उनकी पार्टी किसी भी सूरत में राकांपा के साथ नहीं जाएगी। भाजपा का भी शुक्रवार को ही शिवसेना के साथ 25 साल पुराना गठबंधन टूट गया। इसके कुछ ही देर बाद राकांपा ने भी कांग्रेस के साथ 15 साल पुराना गठबंधन तोडने का ऎलान कर दिया। महाराष्ट्र में नामांकन का रविवार को आखिरी दिन है।
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