कोटा। कोटा दक्षिण सद्भावना समिति की ओर से 68वें गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर बुधवार रात महावीर नगर स्थित घटोत्कच सर्किल के पास ‘एक शाम शहीदों के नाम’ कार्यक्रम के तहत राष्ट्रीय कवि सम्मेलन में वीर व ओज रस के कवियों ने अपनी रचनाओं से श्रोताओं में राष्ट्रभक्ति का जज्बा घोला। देशभक्ति से ओतप्रोत माहौल में भारत माता के जयकारे गूंजायमान होते रहे। कवियों ने अपनी रचनाओं के माध्यम से देश की सीमाओं के हालात व सैनिकों की शहादत को प्रस्तुत कर वर्तमान हालात बयां किए। कोटा के निशामुनि गौड़ ने ‘कान खोल सुन लेना पाक आलाकमान, भूल के भी तूझे कश्मीर नहीं देंगे हम....’ सुनाकर देशभक्ति का जज्बा घोला। कवि अतुल कनक ने ‘हमारे तेवर अभी कमजोर नहीं हुए हैं, हम तुम्हारी तरह नंपुसक नहीं हैं...’ रचना सुनाकर पाकिस्तान पर जमकर निशाना साधा। कवि जगदीश सोलंकी ने ‘सौगात में नहीं मिली हमको खैरात में नहीं मिली हमको वर्षों तक बागी बने रहे...एक रात में नहीं मिली हमको...’ सुनाई तो दर्शक दीर्घा भारत माता के जयकारों से गूंज उठा। कवि सोलंकी ने कहा कि देश में जब भी सांप्रदायिक माहौल बिगड़ता है तब देश की आजादी आहत होती है। समिति संयोजक पार्षद महेश गौतम लल्ली ने बताया कि सांसद ओम बिरला की प्रेरणा से हुए इस आयोजन में हाड़ोती के रचनाकार राष्ट्रीय कवि जगदीश सोलंकी, कवि दुर्गादान सिंह, कवि अतुल कनक को विशेष सम्मान से नवाजा गया। मुख्य अतिथि सांसद ओम बिरला, अध्यक्षता कर रहे सेवानिवृत कर्नल रघुराज सिंह, विशिष्ट अतिथि विधायक संदीप शर्मा, चंद्रकांता मेघवाल, महापौर महेश विजय, उप महापौर सुनीता व्यास व यूआईटी अध्यक्ष रामकुमार मेहता ने विधिवत मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन के बाद कवियों का माल्यार्पण कर स्वागत किया। नीमच से आई कवयित्री मीनू शर्मा ने सरस्वती वंदना की। कवि दुर्गादान सिंह, निम्बाहेड़ा से कवि शांति तूफान, भीलवाड़ा से दीपक पारीख ने भी काव्य-पाठ किया। संचालन उदयपुर से आए कवि अजातशत्रु ने किया।
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