मामला बढ़ाता देख खादिमों ने बीच-बचाव कर समझाइश की और बताया कि यह एक परम्परा है जो कई वर्षों से चली आ रही है। कव्वालों ने आरोप लगाया कि जायरीनों ने धक्का-मुक्की में ढोलक तोड़ दी। सूचना मिलते ही दरगाह उपाधीक्षक जीवनराम के नेतृत्व में पुलिस जाप्ता दरगाह पहुंचा और मामला शांत कराया। जायरीनों को रीति-रिवाज के जरिए जियारत के बाद रवाना किया गया। इस दौरान दरगाह में भारी पुलिस जाप्ता तैनात किया गया। बता दें कि पश्चिम बंगाल में इस वक्त छुट्टियां चल रही हैं। छुट्टी बिताने करीब 1 हजार जायरीन अजमेर आए हुए हैं।
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