जोधपुर । आये दिन दलितों पर अत्याचार की खबरें आती है लेकिन राजस्थान के जोधपुर शहर में दलितों को सर आँखों पर बैठाया जाता है । यहां जात नहीं पूछी जाती है बल्कि उन लोगों की खातिरदारी होती जो समाज में पिछड़े माने जाते है । चाहे वो हरिजन हो, या फिर कोई दलित, ब्राह्मण भी उन्हें अदब आबरू के साथ भोजन परोसता है । दरअसल ये लोग लोक देवता बाबा रामदेव के भक्त होते है जो पोकरण के पास बाबा के दर्शन करने जाते है । इन श्रद्धालुओं का मार्ग जोधपुर होकर गुजरता है और शहर में घुसने से लेकर पोकरण तक भंडारे चलाये जाते है । इसे मारवाड़ का मिनी कुम्भ भी कहा जाता है ।
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