बीजिंग। ब्रिक्स समिट में आतंकवाद पर एक स्वर में बोलने के एक दिन बाद ही पाकिस्तान को लेकर अपना पाला बदल लिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा पाकिस्तान को ‘आतंकवाद की जन्मभूमि’ बताए जाने पर चीन ने अपने पुराने साथी का बचाव किया है। चीन ने कहा है कि वह किसी देश या धर्म को आतंकवाद से जोडऩे के खिलाफ है। साथ ही उसने विश्व समुदाय से आग्रह किया है कि पाकिस्तान की ‘कुर्बानी’ को मान्यता दी जाए।
ब्रिक्स सम्मेलन में मोदी के बायन को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुवा चनिइंग ने कहा कि चीन किसी भी देश को आंतकवाद से जोडऩे के खिलाफ है। उन्होंने आगे कहा, ‘भारत और पाकिस्तान दोनों चीन के पड़ोसी हैं। हमें विश्वास है कि दोनों शांति और बातचीत से मतभेदों को दूर कर सकते हैं। भारत और पाकिस्तान के रिश्ते में सुधार हो, इसी में दोनों देशों और पूरे क्षेत्र की भलाई है।’
मुख्तार अंसारी की मौत : पूर्वांचल के चार जिलों में अलर्ट, बांदा में भी बढ़ी सुरक्षा, जेल में अचानक बिगड़ी थी तबीयत
हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष मीरवाइज उमर फारूक कश्मीर में नजरबंद
शराब घोटाला मामला: एक अप्रैल तक ईडी की हिरासत में केजरीवाल
Daily Horoscope