मिर्जापुर। पीपापुल पर हर रोज अराजक राहगीरों के कारण सभ्य राहगीरों को अपमान
झेलना पड़ता है। पीपापुल पर पथकर वसूल करने वाले कर्मचारी भी अराजक राहगीरों के साथ
ही खड़े होते हैं। सभ्य राहगीर अपमान झेलने के बाद पुलिस से शिकायत करने के बजाय
चुपचाप निकल जाने में भलाई समझता है। पुलिस को सरकारी मोबाइल पर पीड़ित व्यक्ति
सूचना देता है तो,पुलिस फौरन थाने आकर तहरीर देने की बात बोल अपने कर्तव्यों की
इतिश्री कर लेती है।मौजूदा समय में शादी बिवाह का अवसर होने के कारण चुनार पीपा
पुल पर सूविधाओं का टोंटा होना के कारण आये दिन जाम की स्थित शाम ढले बन जाती है।
रात के समय में तो और अधिक विषम स्थित होती है। अराजक राहगीरों के दबंगई से तो
बराबर मारपीट की नौबत आ जाती है।
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