झांसी। अब बुंदेलखंड में राजनीतिक महाकुंभ के अवसान के बाद खामोशी है। बस जनचर्चाएं चाय पान की दुकानों पर हो रही हैं। वहीं, चुनाव की खुमारी दो दिन उतारने के बाद उम्मीदवार व उनके समर्थक आस्था की दहलीज पर जीत की अर्जी लगाने पहुंचने लगे हैं। कोई मंदिर तो कोई मस्जिद, गुरुद्वारा व गिरजाघर में हाजिरी लगा रहा है। दतिया में पीतांबरा शाक्ति पीठ पर जीत की देवी मां बगुला मुंखी के यहां राजनीतिज्ञों ने पूजा कर विजयी होने का आशीर्वाद मांगा। [ श्याम मसाले ने कराई घर घर में मौजूदगी दर्ज] [ इस पानी को पीओगे तो उतर जाएगा जहर] [ अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे]
विधानसभा चुनाव के चौथे चरण के मतदान के समाप्त होने के बाद अब प्रत्याशी दो दिन तक आराम फरमाते रहे। थकान दूर करने के बाद वह अपनी जीत को लेकर टोह लेने में जुट गये हैं। कई उम्मीदवार भगवान की पूजा पाठ करते हुए आशीर्वाद मांग रहे हैं।
राजनीतिज्ञों के लिए बुंदेलखंड में एक मात्र विजय का वरदान देने वाली मां बगुला मुखी का मंदिर पीतांबरा शक्तिपीठ दतिया जिले में है, जहां पर एक से बढक़र एक राजनेता वहां आकर मत्था टेकते और वरदान मांगते हैं।
शनिवार को मंदिर में पूजा पाठ का विशेष महत्व होता है। इसी परिपेक्ष्य में आज शानिवार को राजनेता व उनके समर्थकों मां पीतांबरा के दरबार में जाकर जीत की गुजारिश की। इसी प्रकार कुछ लोगों ने मस्जिदों में अजान तो गुरुद्वारा में अरदास की, तथा चर्चा में प्रार्थना कर विजयी होने की कामना की। दूसरी ओर जनता के बीच चर्चाओं के दौर ने उम्मीदवारों के दिलों की धडक़नों को और बढ़ा दिया। हर प्रत्याशी संशय हैं। कोई भी जीत के प्रति आश्वस्त नहीं है। यह कारण है कि भाग्य भरोसे के साथ भगवान के दरवाजे पर पहुंच रहा है।
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