जोधपुर। प्रदेश में पीजी कर चुके डॉक्टरों के पदभार ग्रहण नहीं करने के बाद सरकार उनके रजिस्ट्रेशन निरस्त करने की तैयारी में जुट गई है। वहीं इन डॉक्टर्स पर सरकार की ओर से खर्च की गई रकम की रिकवरी भी होगी। इसे लेकर सरकार ने डॉक्टर्स को आखिरी अल्टीमेटम भी दे दिया है। हाल ही में चिकित्सा विभाग में कुल 260 चिकित्सकों ने जॉइन तो कर लिया लेकिन बाद में 35 ने कार्यग्रहण नहीं किया। प्रदेश में सरकारी डॉक्टर्स की काफी कमी हो चुकी है और गर्वमेंट की सुविधाओं पर पीजी करने के बाद भी डॉक्टर्स जॉइन नहीं कर रहे हैं। इसी से नाराज सरकार अब कार्रवाई कर अन्य डॉक्टर्स को मौका देगी। गौरतलब है कि सरकार एक पीजी डॉक्टर पर 25 लाख रुपए खर्च करती है। नए डॉक्टरों के जॉइन नहीं करने के कारणों में सरकारी क्षेत्र में धक्के खाने का मन नहीं, ग्रामीण क्षेत्रों में काम करना, मनमाफिक पदस्थापन नहीं होना, सरकारी क्षेत्र की बजाय निजी में अच्छा पैकेज, सरकारी क्षेत्र में काम का दबाव, ज्यादा जवाबदेही माना जा रहा है। इन सभी कारणों के चलते आमतौर पर चिकित्सक सरकारी क्षेत्र में काम नहीं करना चाहते हैं।
चिकित्सा मंत्री बोले- करेंगे सख्ती
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