कादीपुर (आजमगढ़)। शारदा सहायक खण्ड-32 नहर का तटबन्ध टूटने से कई गांवों की फसल जलमग्न हो गई। किसानों ने विभागीय अधिकारियों को सूचना भी दी मगर कोई सुनवाई नहीं हुई। इसे लेकर किसानों में गुस्सा है। नहर के ओवरफ्लो करने पर सिंचाई व्यवस्था पर भी सवालिया निशान उठने लगे हैं।
गुरूवार की देर रात नहर के ओवरफ्लो होने से पानी तटबन्धों को तोड़ते हुए लोगों के खेतों में भर गया। इससे लपसीपुर, तैयबपुर, भुजहीं आदि गांवो के किसानों की सैकड़ो एकड़ फसल जलमग्न होकर चौपट हो गई। श्रवण सिंह, विजय बहादुर यादव, बलवन्त कुमार आदि किसानों का कहना है कि प्रति वर्ष किसानो को नहर विभाग के अधिकारियों कर्मचारियों की लापरवाही के चलते भारी नुकसान उठाना पड़ता है । सूचना देने के बाद भी विभाग उदासीन बना रहा लेकिन किसान अपने स्तर से तटवन्ध बंधाने में लगे रहे।
किसानों का कहना है कि जब पानी की आवश्यकता थी, तब नहर सूखी थी, लेकिन अब गेहूं की सिचाई हो गई, तब नहर-सिंचाई विभाग द्वारा इतना पानी छोड़ दिया गया कि ओवरफ्लो होकर कई बीघा फसल को तबाह कर दिया।
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