आगरा। पुलिस ने एक अंतरराज्यीय ठग गिरोह का पर्दाफाश किया है। ये गिरोह लकी ड्रा के नाम पर ठगी करता था। उत्तर प्रदेश को छोड़ आसपास के राज्यों के लोगों को इसका शिकार बनाया जाता था। पुलिस ने हरीपर्वत स्थित इस ठगने वाली कंपनी के दफ्तर पर छापा मारकर छह लोगों को हिरासत में ले लिया है। [@ श्मशान में सजी महफिल, बार-बालाओं ने लगाए ठुमके] [@ अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे]
इंदौर की रहने वाली छाया पाटिल ने पुलिस में ठगी की शिकायत की थी। पुलिस ने ऑफिस में छापा मारा। यहां चार महिला और दो पुरुष कर्मचारी काम करते मिले। पुलिस ने सभी को हिरासत में लेकर ऑफिस से कुछ दस्तावेज और लैपटाप भी कब्जे में लिए हैं। पुलिस की गिरफ्त में आए युवक-युवतियों ने बताया कि उन्हें पांच से आठ हजार रुपये की नौकरी पर रखा गया था।
पुलिस दिल्ली में रहने वाले गिरोह के सरगना की तलाश में जुट गई है। पुलिस का मानना है कि यह ठगी का बड़ा गिरोह है। ऑफिस से एक लाख मोबाइल नंबर लिखी डायरी मिली है। इससे ही लोगों को कॉल कर जाल में फंसाया जाता था। ठग गिरोह के ऑफिस से मिली डायरी में लिखे गए नंबर राजस्थान, मध्यप्रदेश और बिहार के हैं।
छाया ने बताया कि पंद्रह दिन पहले उनके मोबाइल पर कॉल आई। कॉल करने वाले ने कहा कि वह स्नैप डील से बोल रहा है। आपका लकी ड्रा निकला है। उसने लकी ड्रा में चार विकल्प दिए। फ्रीज, एलसीडी और मोबाइल में से छाया ने आइफोन चुना। कॉल करने वाले के कहने पर उन्होंने स्नैप डील पर चार हजार रुपये का सामान पसंद कर बुक करा दिया।
अनजान कॉलर ने महिला से डेविट कार्ड का सीवीवी नंबर और वन टाइम पासवर्ड भी पूछ लिया और खाते से चार हजार रुपये पार कर लिए। छाया के कॉल करने पर उसने कहा कि अभी उन्हें दस हजार रुपये और जमा करने होंगे तब आइफोन उनके घर पहुंचेगा। वे समझ गईं और डील निरस्त कर चार हजार रुपये वापस मांगे। जब रुपये वापस नहीं मिले तो उन्होंने पुलिस कंट्रोल रूम में शिकायत की।
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