झुंझुनूं। राज्य सरकार के निर्णय के तहत पंचायत सहायकों की नियुक्ति प्रक्रिया की जिम्मेदारी प्रधानाचार्यों को दी गई है। इसी को लेकर परमवीर पीरूसिंह स्कूल में प्रधानाचार्यों की ट्रेनिंग का कार्यक्रम रखा गया था।
राजस्थान शिक्षा सेवा परिषद प्रधानाचार्या रेसा व रेसापी के प्रधानाचार्यों ने इस भर्ती प्रक्रिया को उचित नहीं मानते हुए काली पट्टी बांधकर विरोध किया। साथ ही प्रधानाचार्यों ने बताया कि पंचायत सहायक का पद विद्यालय से संबंधित न होकर ग्राम पंचायत से संबंधित है। रेसापी के जिलाध्यक्ष विनोद झाझडिय़ा ने बताया कि प्रधानाचार्यों के काफी प्रयासों से नामांकन बढ़ा था और शिक्षा में आस जगी थी कि संस्था प्रधान शिक्षा को आगे लेकर जाएंगे, लेकिन सरकार ने इतना अतिरिक्त कार्यभार संस्था प्रधानों पर डाल दिया है। क्योंकि जिन लोगों को स्कूल विकास से जोड़ा है, वे ही अपने-अपने परिचितों को ग्राम पंचायत सहायक लगवाने के लिए सिफारिश भेजने लगे हैं।
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