मुंबई। महाराष्ट्र में 15 अक्टूबर को होने वाले एसेंबली चुनाव से ऎन पहले
भाजपा-शिवसेना का 25 साल पुराना गठबंधन अंतत: टूट ही गया। भाजपा अब छोटे
सहयोगी दलों के साथ आगामी एसेंबली चुनाव लडेगी, साथ ही तय किया है कि भाजपा
चुनाव प्रचार में शिवसेना के खिलाफ नहीं बोलेगी, शिवसेना के साथ भाजपा की
दोस्ती बनी रहेगी।
उल्लेखनीय है कि बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने अपना मुंबई दौरा रद्द कर दिया
था, जिसके बाद अटकलें तेज हो गईं कि दोनों दल अलग-अलग चुनाव लड़ने की राह
पर आगे बढ़ रहे हैं। सीटों के बंटवारे के मुद्दे पर शिवसेना 151 सीटों से
कम पर मानने को राजी नहीं हुई, वहीं बीजेपी भी समझौते के मूड में दिखाई
नहीं दी।
सीट बंटवारे पर जारी गतिरोध के बीच शिवसेना ने जोर देकर कहा था कि 151 सीट
की मांग से वह पीछे नहीं हटेगी चाहे जो हो जाए। पार्टी के प्रवक्ता संजय
राउत ने कहा, शिवसेना महाराष्ट्र में बहुत बड़ी पार्टी है और इसलिए हम 151
विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ेंगे। यहां तक कि (शिवसेना प्रमुख) उद्धवजी ने
भी यह साफ कर दिया है। शिवसेना एक फॉर्मूले पर जोर दे रही थी, जिसके तहत वह
151 सीटों पर और बीजेपी 130 तथा गठबंधन के अन्य सहयोगी सात सीटों पर चुनाव
लड़े। हालांकि छोटे सहयोगियों ने शिवसेना के फॉर्मूले पर ऐतराज जाहिर किया
था।
аदूसरी तरफ कांग्रेस-एनसीपी के बीच 15 साल से चला आ रहा गठबंधन भी गुरूवार
शाम खत्म हो गया। एनसीपी नेता अजित पवार ने कहा कि उनकी पार्टी चव्हाण
सरकार से अलग हो जाएगी। बता दें, एनसीपी अगले चुनाव में 144 सीटें दिए जाने
पर अडी हुई थी।
गुरूवार दिन भर चली सियासी तिकडमोंए वार्ताओं के बाद भाजपा ने आधिकारिक तौर
पर गुरूवार शाम प्रेस के सामने कहा कि शिवसेना ने अपने रूख में लचीलापन
नहीं अपनाया, शिवसेना सीएम के पद पर अडी रही। भाजपा के अनुसार चूंकि चुनाव
में कम समय बच रहा है अत: अब गठबंधन खत्म करने का तय किया गया है।
भाजपा सूत्रों का कहना है कि गठबंधन यूं तो बुधवार रात ही टूट गया था लेकिन
गुरूवार को फिर वार्ताओं का दौर चला और अंतत: भाजपा, शिवसेना ने गठबंधन के
समापन का ऎलान कर दिया।
аइससे पूर्व की खबरों के अनुसार भाजपा-शिवसेना का 25 साल का गठबधन टूट की कगार पर पहुंच गया है, ऎसी खबर एक न्यूज एजेंसी के हवाले से टीवी चैनलों पर चलती रही। बाद में भाजपा की ओर से स्पष्टीकरण भी दिए गए लेकिन भाजपा सूत्रों ने बताया कि 25 वर्ष पुराने इस गठबंधन के टूटने की औपचारिक
घोषणा जल्द की जा सकती है।
इसी के साथ गठबंधन
तोडने के लिए कौन जिम्मेदार, इस बात पर आरोपबाजी शुरू हो गई। भाजपा ने कहा,
शिवसेना बार बार एक जैसे प्रस्ताव दे रही है जबकि शिवसेना ने कहा, सीट
बंटवारे पर वार्ता के बीच में ही भाजपा ने दिल्ली में गठबंधन टूटने की खबर
फैलाई गई।
аहालांकि गठबंधन को लेकर अभी कुछ सस्पेंस बना हुआ है और इसके देर शाम तक साफ
होने की उम्मीद है। वहीं, विधानसभा चुनावों के मद्देनजर सीटों के बंटवारे
के मुद्दे पर बीजेपी ने कहा है कि हमारे बीच (बीजेपी-शिवसेना) फैसला नहीं
हो पाया है और गठबंधन पर बीजेपी कोर कमेटी अंतिम फैसला लेगी। सीट बंटवारे
को लेकर शिवसेना के प्रस्ताव से बीजेपी खुश नहीं है।
भाजपा सूत्रों ने बताया कि 25 वर्ष पुराने इस गठबंधन के टूटने की औपचारिक
घोषणा जल्द की जा सकती है। विधानसभा चुनाव में सीटों के बंटवारे को लेकर
दोनों के बीच सहमति नहीं बन पाने के कारण हालात अलगाव की हद तक पहुंच चुके
हैं।
аभाजपा मांग कर रही है कि लोकसभा चुनाव के बाद बदले हालात में उसे
पिछले विधानसभा चुनाव के मुकाबले अधिक सीटें दी जाएं, जबकि शिव सेना ने
उसकी मांग मानने से इंकार कर दिया है। 288 सदस्यीय महाराष्ट्र विधानसभा
चुनाव के लिए नामांकन पत्र भरे जाने की अंतिम तारीख में महज दो दिन रह गए
हैं और दोनों दलों के बीच सीटों के बंटवारे को लेकर गतिरोध समाप्त होने के
बजाय और बढता जा रहा है।
शिवसेना नेता दिवाकर रावते ने महाराष्ट्र के बीजेपी प्रभारी राजीव प्रताप
रूडी पर आरोप लगाया कि जिस वक्त शिवसेना की बैठक हो रही थी, उसी वक्त रूडी
ने दिल्ली में गठबंधन टूटने की खबरें फैलाईं। शिवसेना नेता ने कहा, बीजेपी जो कर रही है, वह गलत है और अब वही तय करे कि
उसे शिवसेना के साथ गठबंधन जारी रखना है या नहीं। इससे चंद मिनट पहले
महाराष्ट्र बीजेपी के नेता देवेंद्र फड़णवीस ने कहा कि शिवसेना की ओर से
सीटों के बंटवारे को लेकर लगातार एक जैसे प्रस्ताव ही आ रहे थे, जिनमें
छोटे सहयोगी दलों को संतुष्ट करना मुश्किल हो रहा था, इसलिए अब कोर कमेटी
की बैठक में गठबंधन को लेकर फैसला किया जाएगा।
аइससे पूर्व की खबरों के अनुसार भाजपा ने सीटों पर जो नया फॉर्मूला दिया है वो शिवसेना को मंजूर नहीं है। बुधवार देर रात तक चली बैठक से कुछ नतीजा निकलकर सामने नहीं आया। दोनों में छोटी पार्टियों को सीट देने पर पेंच फंसता दिख रहा है। महायुति के सारे फार्मूले फेल होते दिख रहें हैं। शिवसेना 150 सीट से नीचे आने को अब भी तैयार होती नहीं दिख रही है।
दोनों पार्टियों में सीटों की अदला-बदली को लेकर भी बात नहीं बन पा रही है।
गंठबंधन की गांठ ढीली होने के बीच भाजपा के राष्ट्रीय अमित शाह मुंबई दौरा रद्द कर दिया गया है। उन्हें आज मुंबई आना था। देर रात भाजपा की ओर से एक और प्रपोजल शिवसेना को दिया गया। इसमें शिवसेना को 147 सीट भाजपा देने को तैयार होती दिख रही है। वह अपने पास 127 सीट रखेगी जबकि छोटे दलों को 14 सीट प्रपोजल में है। सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार शिवसेना ने इस प्रपोजल को भी नकार दिया है।
महाराष्ट्र भाजपा अध्यक्ष ओम माथुर ने कहा कि आज दोनों पार्टियों में फिर बात होगी जिसमें सीट और गंठबंधन को लेकर बातचीत होगी।
आज शाम चार बजे तक दोनों पार्टियों के बीच कुछ ठोस निकलकर आने की उम्मीद है। वहीं भाजपा नेता राजीव प्रताप रूढी ने कहा कि विधानसभा चुनाव में छोटे दलों को नजर अंदाज नहीं किया जा सकता है। लोकसभा चुनाव में उन्होंने हमारा साथ दिया है तो हम उन्हें विधानसभा चुनाव में कैसे छो़ड सकते हैं।
इससे पहले कल छोटे दलों ने गंठबंधन से अलग होने के संकेत दिये थे। महायुति में शामिल चार छोटे दल इतने कम सीट पर मानते नहीं दिख रहे हैं। सीटों के बंटवारे के इस फैसले से रामदास आठवले की आरपीआई, राजू शेट्टी की स्वाभिमानी शेतकारी संगठन, महादेव जानकर की राष्ट्रीय समाज पार्टी के गंठबंधन से बाहर आने के संकेत से दोनों दल सकते में हैं।
рдбрдмреНрд▓реНрдпреВрдПрдлрдЖрдИ рдкреНрд░рдореБрдЦ рдЕрдм рднреА рдкреАрдПрдо рдореЛрджреА рдХреЗ 'рд╕реБрд░рдХреНрд╖рд╛ рдХрд╡рдЪ' рдореЗрдВ - рд░рд╛рд╣реБрд▓ рдЧрд╛рдВрдзреА
рдбрдмреНрд▓реНрдпреВрдПрдлрдЖрдИ рдкреНрд░рдореБрдЦ рдмреГрдЬрднреВрд╖рдг рд╢рд░рдг рд╕рд┐рдВрд╣ рдХреЛ 9 рдЬреВрди рддрдХ рдЧрд┐рд░рдлреНрддрд╛рд░ рдХрд░реЗрдВ : рд╣рд░рд┐рдпрд╛рдгрд╛ рдорд╣рд╛рдкрдВрдЪрд╛рдпрдд
рджрд┐рд▓реНрд▓реА рд╣рд╛рдИ рдХреЛрд░реНрдЯ рдиреЗ рд╕рд┐рд╕реЛрджрд┐рдпрд╛ рдХреЛ рдкрддреНрдиреА, рдкрд░рд┐рд╡рд╛рд░ рд╕реЗ рдорд┐рд▓рдиреЗ рдХреА рдЗрдЬрд╛рдЬрдд рджреА
Daily Horoscope