इलाहाबाद। भारतीय जनता पार्टी के टिकट बंटवारे की रार अब परिवारवाद की आग में झुलसने को तैयार है। कई भाजपा नेता के बेटे व नजदीकी को टिकट मिलने के बाद गैर दलों को जहां कमेंट करने का मौका मिला है। वही अब भाजपा के इलाहाबाद से सांसद श्यामाचरण गुप्ता ने गहरी नाराजगी व्यक्त की है। [@ श्मशान में सजी महफिल, बार-बालाओं ने लगाए ठुमके] [@ अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे]
भाजपा के नोटबंदी व बीड़ी बंदी पर खुल कर विरोध जता चुके गुप्ता ने अब टिकट बंटवारे पर भी चुभने वाले तीर छोड़े हैं। एक दिन पहले ही उन्होंने अपना रुख स्पष्ट कर दिया था कि टिकट बंटवारा नहीं किया गया है। आज उन्होंने कहा कि जब बड़े नेताओ के बेटे को टिकट मिल सकता है तो मेरे बेटे में कौन सी कमी थी। गुप्ता ने स्पष्ट किया कि इलाहाबाद में दो सीटों पर उनकी पत्नी व बेटे दावेदार थे। लेकिन इन्हें टिकट नहीं दिया गया।
सांसद श्यामाचरण गुप्ता ने नाराजगी व्यक्त करते हुये धमकी भी दी कि इन हालातों में वे पार्टी छोड़ सकते हैं, क्योंकि टिकट बंटवारे में मेरी अनदेखी हुई है। मेरे दुश्मनों को टिकट दिया गया। जिससे मैं असंतुष्ट हूं। गुप्त ने कहा कि वे पार्टी के टिकट वितरण से इतने आहत हैं कि सक्रिय राजनीति से संन्यास ले लेंगे ।
आज भाजपा के स्थानीय नेताओ के साथ बैठक कर मीडिया से गुप्ता ने यह भी कहा कि जब दर्जन भर से ज़्यादा सांसदों के परिवार वालों को टिकट दिया गया तो मेरे परिवार वालों की उपेक्षा क्यों की गई। इशारों में श्यामाचरण ने केशव मौर्य के साथ अपने 36 के आंकड़े पर भी जज्बाती टिप्पणी करते हुये कहा कि मैं विरोधियों का प्रचार प्रसार नहीं करूंगा।
आने वाले दिनों में इलाहाबाद की राजनीति फिर से गर्मा सकती है। क्योंकि टिकट बंटवारे से भाजपा के बड़ा धड़ा नाराज है। पिछले दिनो से ही केशव मौर्य का पुतला फूंका जा रहा है।
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