इलाहाबाद (अमरीष मनीष शुक्ला) । क्या भाजपा की लुटिया अपने ही डुबो देंगे ?, क्या भाजपा प्रत्याशियों को उनके ही कार्यकर्ता धूल चटायेंगे ?, क्या अब भाजपा की राष्ट्रीय कमेटी को इलाहाबाद की बगावत थामने आना होगा ?
जी हां यह सवाल यूं हीं नहीं उठा है, बल्कि इसके पीछे टिकट बंटवारे से शुरू हुई रार के बगावत में बदलने की दास्तां छिपी है। इलाहाबाद की पांच विधानसभा सीटों से भाजपा के दर्जनभर बागी हुये टिकट दावेदारों ने निर्दलीय चुनाव लड़ने के लिये ताल ठोक दी है। इन लोगों ने नामांकन पत्र भी हासिल कर लिया है और अब अपने समर्थकों के साथ नामांकन करने की तैयारी में हैं।
भाजपा के लिये यह बड़ा झटका इसलिये भी हो सकता है क्योंकि भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष रामरक्षा द्विवेदी भी उसी बगावत का हिस्सा हैं । रामरक्षा ने 257 विधान सभा प्रतापपुर सीट से निर्दल प्रत्याशी के रूप में फार्म लिया है।
कल ही दिखा था असर
मालूम हो कि 254 फाफामऊ विधानसभा सीट पर घोषित हुये प्रत्याशी पूर्व मंत्री विक्रमाजीत मौर्य के लिये मंगलवार को कार्यकर्ता सम्मेलन आयोजित हुआ था। जिसमे खाली पड़ी कुर्सियों ने बगावत का जो संदेश दिया था उसी का असर अब साफ हो रहा है। विक्रमाजीत के विरुद्ध चुनाव लड़ने के लिये 9 लोगों के तीन बागियो ने नामांकन पत्र हासिल किया। जिससे अब भाजपा की राह मिनट दर मिनट कठिन होती जा रही है।
राष्ट्रीय नेतृत्व को चुनौती
स्थानीय संगठन ने बगावत के तेज होते युद्ध से राष्ट्रीय कार्यकारिणी को अवगत करा दिया है । भाजपा के लिये मुश्किल यह है कि वह चुनाव प्रचार प्रसार में ताकत झोंके य बगावत के पैरों में बेड़ियां बांधे। चूंकि भाजपा का प्रथम श्रेणी कुनबा अभी बजट, रैली व मुद्दों को लेकर जूझ रहा है और सपा कांग्रेस के सियासी नफे नुकसान से निपटने का खाका खींच रहा है। ऐसे में स्थानीय बगावत रोकने के लिये उनके पास वक्त नहीं है।
केशव की कोई सुनने वाला नहीं
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष केशव भले ही इस शहर के हो गये हो लेकिन उनकी कोई सुनने को तैयार नहीं है। पहले से ही जातिवाद व पैसे लेकर टिकट बांटने के आरोप व विरोध से घिरे केशव से ब्राम्हण वर्ग नाराज दिख रहा है और सबसे अधिक ब्राम्हण दावेदार ही बगावत कर रहे हैं । फिलहाल चुनाव सिर पर है और ऐसे समय में बगावत का चक्रव्यूह भेदने क्या कोई अर्जुन य अभिमन्यु आयेगा य यह महाभारत इलाहाबाद में भाजपा को ढेर कर देगी।
यहां भी गये नामांकन पत्र
नामांकन पत्र हासिल करने और चुनाव में उतरने का क्रम आखिरी समय में क्या होगा । यह तो वक्त बतायेगा फिलहाल 255-सोरांव से 8, 256 फूलपुर में 6 , 258 हण्डिया में 5, 259 मेजा में 4, 260 करछना में 6, 261 इलाहाबाद पश्चिम से 6, 262 इलाहाबाद उत्तर से 9, 263 इलाहाबाद दक्षिण से भी 9, 264 बारा से 7 तथा 265 कोरांव 4 लोगों ने निर्दल प्रत्याशी के रूप पर्चा लिया है। इसमें से दर्जन भर प्रत्याशी भाजपा के बागी हैं।
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